
जयपुर. राजस्थान में आज से ठीक करीब 40 दिन बाद 25 नवंबर को विधानसभा चुनाव 2023 के लिए मतदान होना है। बीजेपी अब तक राजस्थान में 41 सीटों पर अपने उम्मीदवार घोषित कर चुकी है। हालांकि यह सभी प्रत्याशी अब अपने प्रचार-प्रसार करने में जुट गए हैं लेकिन इसके साथ ही राजस्थान में भाजपा में विरोध भी बढ़ता जा रहा है। कांग्रेस की पहली सूची जारी होने से पहले ही बीजपी के करीब 400 नेताओं ने इस्तीफा दे दिया है।
इस वजह से सैकड़ो नेताओं ने अपने इस्तीफे सौंप दिए
टिकट वितरण से नाराज होकर पार्टी से जुड़े कई पदाधिकारी अपने पद को भी छोड़ रहे है। पदाधिकारी में टिकट वितरण का विरोध सबसे ज्यादा सांचौर विधानसभा में देखा जा रहा है। यहां सांसद देवजी पटेल को उम्मीदवार घोषित करने के बाद विधानसभा के आठ में से 6 मंडल अध्यक्ष अपना इस्तीफा भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सीपी जोशी को भेज चुके हैं। इसके अतिरिक्त अन्य सैकड़ो कार्यकर्ताओं ने भी अपने इस्तीफे सौंप दिए हैं। कुछ ऐसा ही हाल कोटपूतली में हंसराज पटेल को टिकट देने का हुआ। वहां के भी सैकड़ो पदाधिकारी अपने इस्तीफे सौंप चुके हैं।
बीजेपी पदाधिकारियों ने भी छोड़ी पार्टी
पदाधिकारियों का आरोप है कि सांचौर विधानसभा के लिए जो टिकट जारी हुआ उसमें ने तो स्थानीय मंडल अध्यक्षों की भावनाओं को समझ गया और न ही किसी सर्वे को आधार माना गया। जिससे नाराज होकर मंडल अध्यक्षों ने अपना इस्तीफा सौंपा है। सांचौर विधानसभा से पुरेंद्र व्यास,सांवलाराम देवासी, डूंगराराम जाट, देवेंद्र सिंह, जैसाराम और माधाराम ने अपना इस्तीफा सीपी जोशी को भेजा है।
भाजपा की पहली सूची के बाद राजस्थान में जमकर विरोध
वहीं राजनीतिक जानकारों की माने तो भाजपा की पहली सूची के बाद खुद के नेताओं ने ही जमकर विरोध किया। ऐसे में अब दूसरी लिस्ट जारी करने से पहले भारतीय जनता पार्टी हर फैक्टर को चेक कर रही है। साथ ही यह प्रयास भी किया जा रहा है कि वसुंधरा राजे गुट के नेताओं को भी टिकट वितरण किया जाए। भारतीय जनता पार्टी की अगली लिस्ट भी 18 अक्टूबर से पहले जारी होने के आसार हैं।
राजस्थान की राजनीति, बजट निर्णयों, पर्यटन, शिक्षा-रोजगार और मौसम से जुड़ी सबसे जरूरी खबरें पढ़ें। जयपुर से लेकर जोधपुर और उदयपुर तक की ज़मीनी रिपोर्ट्स और ताज़ा अपडेट्स पाने के लिए Rajasthan News in Hindi सेक्शन फॉलो करें — तेज़ और विश्वसनीय राज्य समाचार सिर्फ Asianet News Hindi पर।