राजस्थान के बिजली उपभोक्ताओं के लिए बड़ी टेंशन वाली खबर है। अब उन्हें पहले से अधिक बिजली बिल का भुगतान करना होगा। क्योंकि उपभोक्ताओं को अब प्रति यूनिट सरचार्ज देना होगा।
जयपुर. राजस्थान में अब बिजली का बिल पहले से अधिक आएगा। क्योंकि उपभोक्ताओं से प्रति यूनिट 61 पैसे फ्यूल चार्ज वसूला जाएगा। ये चार्ज 200 यूनिट से अधिक खपत करने वाले उपभोक्ताओं से वसूला जाएगा। ऐसे में यूनिट के हिसाब से उपभोक्ताओं पर 100 रुपए से लेकर 1200 रुपए तक का अतिरिक्त भार पड़ेगा।
कांग्रेस सरकार की स्कीम बंद
राजस्थान में कांग्रेस की अशोक गहलोत सरकार ने बिजली उपभोक्ताओं से वसूले जाने वाले फ्यूल चार्ज को पूरी तरह से खत्म कर दिया था। जिससे उपभोक्ताओं को बिजली बिल में काफी राहत मिलती थी। लेकिन अब वर्तमान सरकार ने पिछली सरकार की योजना को बंद कर दिया है। जिसकी वजह से आम उपभोक्ताओं को 200 यूनिट से अधिक की बिजली खपत करने पर भारी भरकम बिजली बिल चुकाना होगा।
15 लाख उपभोक्ताओं पर पड़ेगा भार
आपको बतादें कि 200 यूनिट से अधिक की खपत पर लगने वाला फ्यूल सरचार्ज का भार करीब 15 लाख से अधिक उपभोक्ताओं पर पड़ेगा। क्योंकि राजस्थान में 200 यूनिट से अधिक की खपत करने वाले 15 लाख से अधिक उपभोक्ता हैं। ये सरचार्ज की राशि उपभोक्ता के बिजली बिल में जुड़कर आना शुरू हो गई है।
सरकार को 250 करोड़ का फायदा
दरअसल पिछले साल अगस्त में पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने बिजली उपभोक्ताओं को राहत देते हुए प्रति यूनिट 61 पैसे फ्यूल सरचार्ज माफ कर दिया था। इससे सरकार पर अतिरिक्त भार पड़ रहा था। लेकिन अब राजस्थान की भजनलाल सरकार ने इस फ्यूल सरचार्ज को वापस से लागू कर दिया है। ऐसा करने से सरकार को हर महीने 200 करोड़ से ढ़ाई सौ करोड रुपए तक का फायदा होगा। जिसका सीधा भार आमजन पर पड़ेगा।
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राजस्थान में डेढ़ करोड़ उपभोक्ता
बिजली विभाग के अनुसार राजस्थान में वर्तमान में कुल 1.58 करोड़ बिजली उपभोक्ता है। इनमें कमर्शियल और घरेलू और इंडस्ट्री भी शामिल है। इन उपभोक्ता में एक करोड़ 14 लाख उपभोक्ता 200 यूनिट से कम बिल वाले हैं। इसी के साथ 16 लाख उपभोक्ता किसान है। बाकी 15 लाख उपभोक्ता 200 यूनिट से ज्यादा खपत करने वाले हैं।
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