
जयपुर. राजस्थान में सरकार ने एक बड़ा फैसला लिया है। इस बारे में फिलहाल पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों को सूचना दे दी गई है। खास तौर पर पुलिस की जिम्मेदारी तय की गई है । आने वाले दिनों में दूल्हे के आसपास अब पुलिसकर्मी दिखाई दें तो यह नहीं कि उसे गिरफ्तार किया जाएगा, बल्कि उसकी सुरक्षा के लिए पुलिसकर्मी तैनाद किए जाएंगे । दरअसल राजस्थान में शादियों के दौरान दलित वर्ग के दुल्हों को पुलिस सुरक्षा दी जाएगी।
शादी से पहले दहशत में दूल्हे पहुंचते हैं पुलिस थाने
दरअसल, राजस्थान के कुछ जिलों में पिछले 10 सालों के दौरान करीब 150 बार दलित दुल्हों की पिटाई की गई है। उन्हें घोड़ी पर नहीं बैठने दिया गया है और उनकी बिंदोरी नहीं निकलने दी गई है । भरतपुर , धौलपुर, करौली सवाई , माधोपुर समेत कई जिलों के ग्रामीण इलाकों में तो इतनी दहशत है कि शादी से पहले उन्होंने पुलिस सुरक्षा की गुहार की है । कई जिलों में अभी भी दलित वर्ग के दूल्हों की बारात को उच्च वर्ग के क्षेत्र और मोहल्ले से नहीं निकलने दिया जाता और मंदिरों में प्रवेश नहीं दिया जाता।
सभी जिलों के एसपी को मिले सख्त आदेश
ऐसे में अब राजस्थान पुलिस ने सभी जिलों के पुलिस एसपी को यह निर्देश दिए हैं कि वह लोकल पुलिस को पूरी तरह के बंदोबस्त के आदेश देवें । लोकल पंच , सरपंच, वार्ड पंच, पुलिस मित्र , विधायक आदि से मिलकर इस तरह की घटनाओं को रोकने की कोशिश करें। दलित दूल्हो की सुरक्षा की मांग पर उन्हें एस्कॉर्ट उपलब्ध कराई जाए। जो दूल्हे और बारात के आसपास ही चले। राजस्थान पुलिस ने पिछले 5 साल के दौरान करीब 700 दुल्हों को सुरक्षा उपलब्ध कराई है।
पुलिस मुख्यालय का शानदार आदेश
मकर संक्रांति जाने के बाद खरमास शुरू हो गया है यानी अब सावे और शादियां शुरू हो गई है। ऐसे में पुलिस मुख्यालय ने यह आदेश निकाला है
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