IPL 2025 : राजस्थान रॉयल्स ने IPL 2025 में महिला सशक्तिकरण के लिए 'पिंक प्रॉमिस' अभियान शुरू किया है। हर छक्के पर छह घरों को रोशन करेंगे और टिकट बिक्री से भी योगदान देंगे।
जयपुर. IPL 2025 के आगाज से पहले राजस्थान रॉयल्स (Rajasthan Royals ) ने अपने प्रशंसकों के लिए एक बेहद खास पहल की है। टीम ने अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस (international Women's Day) के अवसर पर "पिंक प्रॉमिस मैच" (pink promise match) की घोषणा की और इसके लिए ऑल-पिंक जर्सी लॉन्च कर दी है। यह खास मुकाबला 1 मई को जयपुर के सवाई मानसिंह स्टेडियम (Sawai Mansingh Stadium) में मुंबई इंडियंस (Mumbai Indians) के खिलाफ खेला जाएगा। इस जर्सी के पीछे सिर्फ एक स्टाइलिश बदलाव नहीं, बल्कि एक बड़ा सामाजिक संदेश भी छिपा है।
राजस्थान रॉयल्स की सीएसआर शाखा 'रॉयल राजस्थान फाउंडेशन' (RRF) ने इस खास मौके पर 'पिंक प्रॉमिस' अभियान की शुरुआत की है। इस साल इस अभियान के तहत महिलाओं के नेतृत्व वाले सामाजिक बदलाव को समर्थन दिया जाएगा। टीम के क्रिकेट निदेशक कुमार संगकारा ने इस पहल के महत्व को बताते हुए कहा, "हम सिर्फ एक टीम नहीं, बल्कि एक सामाजिक बदलाव की प्रेरणा भी हैं। 'पिंक प्रॉमिस' केवल एक जर्सी तक सीमित नहीं है, बल्कि यह हमारे मूल्यों और प्रतिबद्धता को दर्शाता है। पिछले साल इस पहल के जरिए कई परिवारों को उजाला मिला था और इस बार हम इसे और बड़े स्तर पर ले जा रहे हैं।"
इस अभियान की सबसे खास बात यह है कि राजस्थान रॉयल्स हर छक्के के बदले छह घरों को सौर ऊर्जा से रोशन करेगा। यानी हर बार जब कोई खिलाड़ी गेंद को सीमा रेखा के पार भेजेगा, तो राजस्थान के सांभर क्षेत्र में छह घरों को रोशनी मिलेगी। इससे ग्रामीण इलाकों में ऊर्जा संकट को कम करने में मदद मिलेगी।
टिकट और जर्सी की बिक्री से होगा सीधा योगदान राजस्थान रॉयल्स सिर्फ मैदान में ही नहीं, बल्कि जमीन पर भी बदलाव लाने के लिए प्रतिबद्ध है। RR vs MI मैच के लिए खरीदे गए हर टिकट से 100 रुपये रॉयल राजस्थान फाउंडेशन को दान किए जाएंगे। इसके अलावा, ऑल-पिंक जर्सी की बिक्री से होने वाली पूरी आय भी इस सामाजिक पहल को समर्थन देने के लिए दी जाएगी।
महिला सशक्तिकरण को और मजबूती देने के लिए RRF ने ‘औरत है तो भारत है’ नामक एक विशेष अभियान फिल्म भी लॉन्च की है। इस फिल्म का उद्देश्य देशभर में महिलाओं की ताकत को पहचान देना और उनके नेतृत्व को बढ़ावा देना है।
IPL सिर्फ क्रिकेट का महोत्सव नहीं, बल्कि समाज को जोड़ने और बदलने का भी माध्यम बन सकता है। राजस्थान रॉयल्स ने यह साबित कर दिया कि क्रिकेट सिर्फ एक खेल नहीं, बल्कि बदलाव की लहर ला सकता है। इस पहल से न केवल राजस्थान बल्कि पूरे भारत में महिला सशक्तिकरण की एक नई कहानी लिखी जाएगी। अब देखना यह होगा कि पिंक प्रॉमिस मैच में कितने छक्के लगते हैं और कितने घरों में रोशनी पहुंचती है! टीम की तारीफ इसलिए भी हो रही है क्योंकि टीम में पूरे राजस्थान से कोई भी क्रिकेट खिलाड़ी नहीं है, उसके बावजूद राजस्थान में बड़े बदलाव लाने की तैयारी कर रहे हैं।