राजस्थान एसओजी और पुलिस ने आज बड़ी कार्रवाई की। जेईएन पेपर लीक मामले में जयपुर, दौसा और भरतपुर में करीब 12 जगहों पर छापेमारी की। 5 घंटे तक चले सर्च में आंसर शीट, पेपर के अलावा 20 करोड़ से ज्यादा की प्रॉपर्टी के दस्तावेज मिले।
जयपुर. राजधानी जयपुर और पड़ोसी जिले दौसा से बड़ी खबर सामने आ रही है। दोनो जिलों में आज तड़के चार बजे से एसओजी पुलिस टीम के अफसर एक्शन में हैं और रेड कर रहे हैं। सम्पत्ति के दस्तावेज तैयार किए जा रहे हैं और इन्हें फिर सरकार को सौंपा जाएगा। उसके बाद सरकार बुलडोजर चलाने का एक्शन ले सकती है। इस सर्च में एक निजी स्कूल भी शामिल है। पूरा मामला साल 2020 में हुई जेईएएन भर्ती पेपर लीक से जुड़ा हुआ है।
बिहार और नेपाल से जुड़ा तगड़ा कनेक्शन
दरअसल बीस फरवरी को एसओजी की टीम ने नेपाल बॉर्डर से हर्षवर्धन मीणा नाम के मुख्य आरोपी को पकड़ा था। वह राजस्थान में पटवारी है। वह बिहार से होता हुआ नेपाल फरार होने की तैयारी कर रहा था। उसके बाद उसके तीन साथियों को नेपाल बॉर्डर और राजस्थान के अलग अलग जिलों से पकड़ा गया। उनमें राजेंद्र कुमार यादव पुत्र द्वारका प्रसाद जयपुर का रहने वाला है और थर्ड ग्रेड टीचर है। तीसरा आरोपी भी राजेन्द्र यादव ही है। उसके पिता का नाम तेजपाल है और वह एसआई भर्ती में चयनित है। चौथा आरोपी गंगानगर जिले में रहने वाला शिवरतन मोट उर्फ शिवा है जो सरकारी स्कूल में लाइब्रेरियन है। चारों ने जेईएन भर्ती का पेपर अपने रिश्तेदारों और अन्य लोगों को दिया था और करोड़ों रुपए बनाए थे।
घर और ससुराल में एक साथ डाली रेड
इन आरोपियों को अरेस्ट करने के बाद अब हर्षवर्धन मीणा और राजेन्द्र यादव के ठिकानों पर आज से एसओजी ने सर्च शुरू कर दी है। हर्षवर्धन मीणा के दोसा स्थित घर और दौसा में ही ससुराल में पुलिस ने रेड की है। करीब 6 करोड रुपए की प्रॉपर्टी सीज की है । इस प्रॉपर्टी में एक आलीशान लग्जरी विला भी है जो नकल के पैसों से बनाया गया था । वहीं शिक्षक राजेंद्र कुमार के घर और प्रॉपर्टी की 15 करोड रुपए रेट आकी गई है , इसे सील कर दिया गया है। एसओजी के एडीजी वीके सिंह ने बताया राजेंद्र और हर्षवर्धन मीणा के परिवार में आधे से ज्यादा लोग सरकारी कर्मचारी हैं । इनमें भाई , पत्नी, बहन , जीजा , साला लोग शामिल है।
संपत्ति पर चलने वाला है बुलडोजर
ये दोनो ही मुख्य आरोपी थें और दोनो पर पचास पचास हजार का इनाम था। दोनो आरोपियों के पास से अवैध सम्पत्ति के दस्तावेज मिलने की सूचना है। अब इस सम्पत्ति पर बुलडोजर चलाने की तैयारी की जा रही है। एसओजी के अफसरों का कहना है कि इस भर्ती परीक्षा में सरकार का काफी पैसा खर्च हुआ था, उसके बाद पेपर लीक हुए थे। काफी नुकसान हुआ था। नुकसान की भरपाई अब सरकार करने की तैयारी कर रही है।