राजस्थान के राजसमंद में दिल दहलाने वाला हादसा सामने आया। एक दर्दनाक एक्सीडेंट में मां और उसकी 6 महीने की मासूम बेटी की जान चली गई। उनको डंफर ने इतनी बुरी तरहस से कुचला की मृतको की लाश की हालत देखकर घबरा गए गांव वाले।
राजसमंद (rajsamand news). राजस्थान के राजसमंद शहर से दिल दहला देने वाली खबर है। दरअसल 6 महीने की बच्ची और उसकी मां दोनों एक चारपाई पर सोए हुए थे, लेकिन इसी चारपाई पर दोनों की जान चली गई। पुलिस और गांव के लोगों ने जब लाशों की हालत देखी तो दंग रह गए। जैसे तैसे लाशों को अस्पताल के मुर्दाघर में रखवाया। स्थानीय लोगों का कहना था कि दोनों की लाश भारी भरकम डंपर के टायरों पर ही चिपक गई थी।
बिना पीछे देखें बैक किया डंपर
दरअसल राजसमंद शहर के केलवा थाना इलाके में मिनरल्स के गोदाम है। नजदीक ही कई माइंस है, जहां से माल भरकर गोदामों में भेजा जाता है और उसके बाद उन्हें डिमांड के अनुसार सप्लाई किया जाता है । केलवा थाना पुलिस ने बताया कि जेकेमीन कैंप फैक्ट्री में यह घटना हुई है। स्थानीय लोगों और ग्रामीणों का आरोप है कि मिनरल्स से भरा हुआ डंपर जिसमें हजारों किलो वजन था, वह रात के अंधेरे में अवैध तरीके से माल की सप्लाई कर रहा था। देर रात करीब 12 बजे जब फैक्ट्री से माल का भरा हुआ डंपर निकल रहा था इस दौरान डंपर को बैक लेते समय डंपर ने नजदीक ही सो रही मोहिनी और उसकी 6 महीने की बेटी देवली को रौंद दिया।
रात के अंधेरे में डंपर के नीचे कुचले गए दोनों
दरअसल गर्मी होने के चलते दोनों बाहर चारपाई पर सो रही थी। डंपर चालक ने ध्यान नहीं दिया और उन्हें कुचलता हुआ चला गया। जब दोनों के ऊपर से डंपर गुजर गया तो डंपर चालक को कुछ एहसास हुआ। उसने नीचे उतर कर देखा तो हालात देखकर उसके पसीने छूट गए और वह डंपर छोड़कर फरार हो गया। घनटा की जानकारी पुलिस को दी गई।
फैक्ट्री मालिक से भी हो रही पूछताछ
पुलिस ने कहा कि इस घटना की जांच की जा रही है। डंपर को जप्त कर लिया गया है। चालक को गिरफ्तार करने की कोशिश की जा रही है। फैक्ट्री गोदाम मालिक से इस बारे में पूछताछ की जा रही है कि रात के 12 बजे यह माल कहां भेजा जा रहा था। पूरे दस्तावेज नहीं होने पर माल को जब्त करने की भी तैयारी है , साथ ही रिपोर्ट भी दर्ज कर ली गई है ।
केलवा पुलिस ने बताया कि मोहिनी का पति रतन फैक्ट्री में ही ट्रैक्टर चलाने का काम करता है। रात को वह साइट पर गया था। पुलिस ने बताया कि मोहिनी और उसका भाई चंपालाल पिछले करीब 6 साल से फैक्ट्री में काम कर रहे हैं।
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