राजस्थान के अलवर जिले में पुलिस ने एक चौंकाने वाला खुलासा किया है। जहां ऐसी दो सास-बहू को पकड़ा है जो केमिकल से नकली दूध बना रही थीं। यह दूध लोगों की जिंदगी के लिए जानलेवा था। पुलिस ने दोनों को गिरफ्तार कर लिया है।
अलवर. राजस्थान का अलवर जिला जो पूरे देश में कलाकंद की विशेष मिठाई के लिए फेमस है और साथ ही एक घटिया काम के लिए भी फेमस है और वह घटिया काम है मिलावटी दूध। सैकड़ों बार अलवर से मिलावटी दूध के बनाने वह भी बहुत बड़ी मात्रा में....के मामले सामने आ चुके हैं। लेकिन उसके बाद भी मिलावट खोर हैं कि काबू नहीं हो पा रहे हैं। अलवर में आज तड़के फिर से पुलिस और अन्य टीमों ने रेड की है। इस रेड में सास और बहू को अरेस्ट किया है। दोनो मिलकर काफी समय से नकली दूध बना रही थीं। तड़के तीन से चार बजे दूध बनाने के काम मे लग जाती और सूरज निकलने के साथ ही इस दूध को बेच भी आतीं....। धंधा अच्छा चल रहा था लेकिन अब ज्यादा दिन नहीं चल सकेगा।
अलवर के इस इलाके में कई घरों में बनता नकली दूध
दरअसल, अलवर के बहरोड इलाके में कई घरों में चोरी छुपे नकली दूध बनता है। ये दूध अमूल और सरस डेयरी को सप्लाई करने के अलावा रिटेल मे भी बेच दिया जाता हैं। कुछ दिन से अमूल और सरस डेयरी के पदाधिकारियों को नकली और बदबूदार दूध मिलने की सूचनाएं मिल रही थीं। ऐसे में उन्होनें रेंकी की तो पता चला कि बहरोड के गादोज गांव में नकली दूध बन रहा है।
यह दूध इतना खतरनाक कि इसे पीने से कैंसर हो जाए
आज तड़के चार बजे स्वास्थय विभाग, डेयरी की टीमें और पुलिस टीमें गांव पहुंची और वहां पर दो घरों में छापा मारा। एक घर से एक व्यक्ति को पकडा गया और दूसरे घर से सास और बहू को हिरासत में लिया गया। स्वास्थय विभाग की टीम ने बताया कि तेल, सिंथेटिक कलर, एसेंस, मिल्क पाउडर और कैमिकल मिलाकर दूध तैयार किया जा रहा था। यह दूध सेहत के लिए इतना खतरनाक है कि कैंसर तक हो सकता है।
सास-बहू नकली दूध बना गुजरात में अमूल को भेजती
हर रोज करीब दो हजार लीटर दूध तैयार किया जा रहा था और पैंतीस से चालीस रूपए प्रति लीटर इसकी सप्लाई डेयरी को की जा रही थी। डेयरी इसे अन्य जगहों से आए दूध में मिला देती थी। इतना ही नहीं ये दूध गुजरात के मेहसाणा स्थित अमूल दूध के कलेक्शन सेंटर पर भी भेजा जा रहा था। लेकिन अब जांच पडताल की गई तो खुलासा हुआ।