राजस्थान की एजुकेशन सिटी कोटा में फिर एक शॉकिंग वारदात हुई। हिस्ट्रीशीटर दोस्त के साथ मिलकर एमबीए वाली भांजी ने अपने ही मामा और नाना के खिलाफ ऐसी साजिश रची की पुलिस वालों के भी पसीने आ गए। बस इतनी सी गलती कर बैठी और पकड़ी गई।
कोटा (kota news). यह 28 साल की अदिती अग्रवाल है और कोटा जिले के लाडपुरा थाना इलाके क्षेत्र में अपने नाना नेमीचंद अग्रवाल के यहां रहती है। नाना और मामा दोनों की लाडली है, लेकिन इस लाडली भांजी ने ऐसी साजिश रची कि पुलिस वाले भी हैरान रह गए। वे सोचते ही रह गए कि क्या कोई नातिन अपने ननिहाल में इतनी बड़ी घटना को अंजाम दे सकती है? पूरा घटनाक्रम करीब 3 महीने पुराना है लेकिन अब पुलिस ने इस मामले में करीब आधा दर्जन से ज्यादा लोगों को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार लोगों में एक हिस्ट्रीशीटर भी है । जिसके ऊपर करीब 22 केस है। 25000 का वह इनामी है और कई महीनों से पुलिस को उसकी तलाश थी।
कोटा में नाना की दुकान की कमाई देख पोती ने बनाया खौफनाक प्लान
दरअसल कोटा जिले के लाड़पुरा थाना क्षेत्र में रहने वाले नेमीचंद अग्रवाल की बरसों पुरानी पुश्तैनी कपड़ों की दुकान है। मुख्य बाजार में स्थित इस दुकान में नेमीचंद और उनके बेटे राकेश दोनों बैठते हैं। कई बार जब काम ज्यादा होता है तो अदिति को भी मदद के लिए मामा और नाना बुला लेते हैं । अदिति को अक्सर कैश काउंटर पर बिठाया जाता था ताकि हिसाब किताब में कोई गड़बड़ ना हो। लेकिन अदिति के मन में कुछ और ही चल रहा था। दुकान का प्रॉफिट देखकर उसके मन में इतना लालच आया कि उसने अपने मामा और नाना को ही निपटाने की तैयारी कर ली ।
पोती ने हस्ट्रीशीटर दोस्त के साथ मिलकर कराया हमला
उसने अपने हिस्ट्रीशीटर दोस्त इमरान उर्फ पर्ची के साथ मिलकर साजिश रची। प्लानिंग के अनुसार 15 मार्च को सवेरे नाना और मामा के दुकान जाने से पहले अदिति ने उनकी कार में तीन टायरों की हवा निकाल दी। इस कारण दोनों को स्कूटर से अपनी दुकान पर जाना पड़ा ।कुछ दूर आगे जाकर सरोवर टॉकीज के किनारे सुनसान रोड पर पहले से ही तैयार बैठे गुंडों ने पिता-पुत्र पर हमला कर दिया। सरिये से उनके हाथ पैर तोड़ दिए और सिर में भी गंभीर वार किए। पिता पुत्र को कई दिनों तक अस्पताल में भर्ती रहना पड़ा।
मामा- नाना को यकीन नहीं हुआ लाड़ली पोती ऐसा कर देगी
पुलिस ने कुछ दिन बाद मामले की जांच पड़ताल शुरू की, लेकिन आरोपी पकड़ में नहीं आ सके। 3 दिन पहले पुलिस ने इस मामले में पांच से छह आरोपी पकड़ लिए। उनसे पूछताछ की गई तो बेहद चौंकाने वाला खुलासा हुआ। उन्होंने बताया कि उन्हें भाड़े पर काम दिया था , यानी भाड़े के गुंडे बुलाए गए थे । इस बीच पुलिस लगातार आदिती अग्रवाल पर भी नजर बनाए हुई थी। पुलिस का मानना था कि घर से ही कोई हो सकता है क्योंकि कार की हवा घर में ही निकाली गई थी। पुलिस ने 13 तारीख को आदिती अग्रवाल को हिरासत में ले लिया, उससे पूछताछ की तो उसने अपना जुर्म कबूल कर लिया।
राजस्थान पुलिस ने पूछताछ की तो प्लानिंग का खौफनाक सच आया सामने
उसने कहा कि वह नाना मामा की दुकान हड़पना चाहती थी। जिस मकान में वे लोग रह रहे हैं, वहां पर भी हिस्सा चाहती थी। इस कारण उसने अपने दोस्त इमरान के साथ मिलकर यह साजिश रची। 13 तारीख को गिरफ्तार करने के बाद 14 तारीख को सवेरे अदिति को कोर्ट में पेश किया गया और उसका रिमांड लिया गया तब जाकर गुरुवार के दिन यह सारी घटना सामने आ पाई है। इस बीच कल रात इमरान को भी गिरफ्तार कर लिया गया है। उधर अदिति के माता-पिता इस घटना के बारे में जानकर हैरान है।