राजस्थान के सीकर शहर से हैरान करने वाला मामला सामने आया है। यहां एक महिला की जान को बचाने आ रहे दो लोग खुद हादसे का शिकार हो गए और हादसे का शिकार होते हुए जान से हाथ धो बैठे। घटना के बाद अब एक ही गांव से तीनों की अर्थी उठी।
सीकर (sikar). अक्सर कहा जाता है कि मौत को सिर्फ बहाना चाहिए । यह सीकर में देखने को मिला। जब कुएं में गिरी एक बुजुर्ग महिला को निकालने के लिए बाइक सवार दो व्यक्तियों ने कोशिश की, लेकिन अचानक उन्हें एक अज्ञात वाहन ने टक्कर मार दी और उसके बाद दोनों की मौत हो गई। बाद में एक नहीं तीन लाशें निकाली जा सकी। यह झकझोर देने वाली घटना सीकर जिले के धोद इलाके में स्थित नेतडवास गांव की है।
कुएं में गिरी महिला को बचाने आ रहे थे दो व्यक्ति
पुलिस ने बताया गांव में स्थित नौगांवा चौराहे पर कोने पर बने एक कुएं में 62 साल की परमेश्वरी देवी गिर गई थी। 350 फीट गहरे कुएं में महिला के गिरने की सूचना जब गांव में पहुंची तो गांव के लोगों में हड़कंप मच गया । लोग कुए पर पहुंचे और महिला को बचाने की कोशिश में जुट गए। इसी दौरान अपनी बाइक से गांव में ही रहने वाले बजरंग लाल और मदन लाल भी वहां पहुंचने की कोशिश में जुट गए।
अनजान वाहन ने मार दी टक्कर
कुए के नजदीक पहुंचने के दौरान अचानक बजरंग लाल और मदन लाल की बाइक को एक अज्ञात वाहन ने टक्कर मार दी। टक्कर इतनी तेज थी कि बजरंग लाल की मौके पर ही मौत हो गई और मदनलाल को गंभीर हालत में सीकर से जयपुर रैफर कर दिया गया। लेकिन जयपुर के एसएमएस अस्पताल पहुंचने से पहले ही मदनलाल ने भी दम तोड़ दिया।
गांव से उठी तीन लोगों की उठी अर्थी, गमगीन हुआ माहौल
इस घटना के करीब 2 घंटे बाद गांव के लोगों ने बुजुर्ग परमेश्वरी देवी के शव को भी निकाल लिया । पुलिस ने बताया कि परिवार के लोगों का कहना है परमेश्वरी देवी की मानसिक हालत कुछ सही नहीं है। वहीं स्थानीय लोगों ने पुलिस को बताया कि जिस कुएं में परमेश्वरी देवी गिरी थी उस कुएँ की एक तरफ की दीवार भी ढह गई है ,संभवत परमेश्वरी देवी वहीं से कुएं में गिर गई थी। इस घटना के बाद गांव से जब एक साथ तीन अर्थी उठी तो गांव वाले अपने आंसू नहीं रोक सके।