22 जनवरी को अयोध्या में रामलला सिंहासन पर विराजमान हो गए। जिसका जश्न पूरे देश में जश्न मनाया गया। इसी दौरान राजस्थान में दर्दनाक हादसा हो गया। दो भाइ रामजी के स्वागत करने की तैयारी करने गए और उनकी मौत हो गई।
सीकर. पूरे देश ही नहीं दुनिया ने राम जी के प्राण प्रतिष्ठा का जश्न मनाया। कल रात तक आयोजन जारी रहे। आज भी प्रदेश के कई मंदिरों में बड़े आयोजन हैं। इस बीच राजस्थान के भी करोड़ों लोगों ने प्राण प्रतिष्ठा समारोह के लिए रोशनी की, आतिशबाजी की, रंगोली बनाई और खूब सजावट की। लेकिन इस दौरान सीकर जिले के एक घर में मातम पसरा हुआ था। घर से सिर्फ रोने और चीखने की आवाजें ही सुनाई दे रही थीं। कस्बे के लोगों ने भी न तो आतिशबाजी की और न ही रोशनी की।
एक को बचाने के चक्कर में दूसरे की भी मौत
दरअसल सीकर जिले के धोद इलाके में रहने वाले योगेश और प्रदीप सोनी चचेरे भाई थे। एक ही स्कूल में एक ही क्लास में साथ पढ़ते थे और पास पास ही बैठते थे। दोनो रविवार शाम घर की छत पर खेल रहे थे और उसके बाद राम लला के स्वागत सत्कार के लिए रोशनी करने की तैयारी कर रहे थे। इसी दौरान एक भाई का हाथ घर से सटकर गुजर रही हाईटेंशन लाइन को छू गया। दूसरे ने बचाने की कोशिश की लेकिन दोनो ही एक पल में जान गवां बैठे। छत पर काफी देर तक ऐसे ही पड़े रहे।
दोनो भाईयों का एक साथ अंतिम संस्कार
बाद में परिवार को पता चला तो वे लोग बच्चों को लेकर अस्पताल दौड़े, लेकिन तब तक देरी हो चुकी थी। इस घटना के बाद अब कल सोमवार को दोनो भाईयों का एक साथ अंतिम संस्कार किया गया। दोनो की मौत से दुखी कस्बे के लोगों ने न तो रोशनी की और न ही आतिशबाजी की। बिजली विभाग के खिलाफ गुस्सा जरूर जाहिर किया।
अब परिवार में सिर्फ बेटियां ही बची
पता चला कि दोनो भाईयों के अलावा परिवार में अब कोई बेटा नहीं है। योगेश और प्रदीप के पिता... तीन भाई हैं। परिवार में अब तीन बेटियां ही बची है। परिवार में अब बेटा नहीं बचा है। दोनो ही भाई पढाई में तो होशियार थे ही साथ ही पिता का हाथ भी बटाते थे काम में। लेकिन अब परिवार का रो रोकर बुरा हाल है।