सीकर (राजस्थान). सीकर जिला नगर परिषद की टीम ने चाइनीज मांझे के खिलाफ सख्त कार्रवाई करते हुए धोद रोड स्थित एक दुकान पर छापा मारा। छापेमारी के दौरान 500 से ज्यादा चरखियां बरामद की गईं। इन चरखियों का इस्तेमाल मकर संक्रांति के दौरान पतंग उड़ाने के लिए किया जाता है। चाइनीज मांझे की बिक्री और इस्तेमाल पर सख्त प्रतिबंध के बावजूद इसका कारोबार जारी था।
छापेमारी के दौरान मौके से आरोपी मोहम्मद इमरान को गिरफ्तार किया गया। नगर परिषद की टीम ने बताया कि दुकान पर चाइनीज मांझे की भारी मात्रा में सप्लाई हो रही थी। इस मांझे का उपयोग न केवल पर्यावरण को नुकसान पहुंचाता है, बल्कि यह इंसानों और पक्षियों के लिए भी खतरनाक साबित होता है। मंजे से कटने के कारण बड़ी संख्या में पक्षियों की मौत हो चुकी है और कई लोग अपनी जान गंवा चुके हैं।
नगर परिषद ने स्पष्ट किया है कि आरोपी के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। टीम ने मांझे की चरखियां जब्त करने के बाद थाने में मुकदमा दर्ज कराने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। परिषद के अधिकारियों का कहना है कि शहर में चाइनीज मांझे की बिक्री पर पूरी तरह से रोक लगाना उनकी प्राथमिकता है। सीकर के अलावा जयपुर में भी चाइनीज़ मंजे के खिलाफ अभियान शुरू कर दिया गया है। जयपुर शहर में पूरे देश का सबसे बड़ा पतंग बाजार है। जिससे पूरे देश में पतंग और डोर की सप्लाई की जाती है।
नगर परिषद ने नागरिकों से अपील की है कि वे चाइनीज मांझे का उपयोग न करें और ना ही इसे खरीदें। साथ ही, यदि कहीं इसकी बिक्री या भंडारण होता दिखे, तो तुरंत प्रशासन को सूचित करें। अधिकारियों ने चेतावनी दी है कि जो भी व्यक्ति चाइनीज मांझे की बिक्री या उपयोग में लिप्त पाया जाएगा, उसके खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाएगी। चाइनीज मांझे के कारण हर साल पतंगबाजी के दौरान कई हादसे होते हैं। यह मांझा बेहद मजबूत और धारदार होता है, जो शरीर के अंग काट देता है, लेकिन टूटता नहीं है।