Sikar News : राजस्थान के सीकर जिले का रसीदपुरा गांव प्याज की खेती के लिए मशहूर है। यहां 80% किसान प्याज उगाते हैं, जिसकी डिमांड दुबई तक है।
सीकर. कुछ दिनों में राजस्थान में भीषण गर्मी (extreme heat) का दौर शुरू होगा। इस तेज गर्मी के बीच राजस्थान में किसी चीज की सबसे ज्यादा डिमांड होती है तो वह है राजस्थान का मीठा प्याज (sweet onion)। सब्जी भले ही कैसी भी हो। लेकिन उसके साथ यदि गर्मी के मौसम में मीठा प्याज मिल जाए तो स्वाद कुछ और ही हो जाता है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि राजस्थान में एक गांव ऐसा भी है जहां के 80% किसान केवल मीठे प्याज की खेती करते हैं। इस खेती को करके वह अच्छा मुनाफा भी कमा रहे हैं।
हम बात कर रहे हैं राजस्थान के सीकर जिले में स्थित रसीदपुरा गांव की। इस गांव के 80% किसान प्याज की खेती करते हैं। जिनकी डिमांड न केवल राजस्थान बल्कि दूसरे राज्यों और दुबई जैसे देश में भी होती है। क्षेत्र में तैयार होने वाला प्याज यहां की मिट्टी और पानी के चलते मीठा होता है।
साल में दो बार इसकी खेती की जाती है। प्याज का पौधा बड़ा होने में करीब 90 से 100 दिन का समय लगता है। 1 बीघा जमीन में करीब सवा क्विंटल से ज्यादा प्याज तैयार होता है। जिसे बेचने पर करीब 40 हजार रुपए मिलते है। प्याज को तैयार करने की लागत करीब 10 हजार रुपए बीघा के आसपास होती है। ऐसे में किसानों को प्रति बीघा के हिसाब से 30 हजार रुपए तक का फायदा हो जाता है। मार्केट में यदि भाव अच्छा होता है तो किसानों को और भी फायदा हो जाता है।
रसीदपुरा में व्यापक स्तर पर प्याज की खेती होने के चलते सरकार के द्वारा यहां विशेष प्याज मंडी भी शुरू की गई है। अब सीकर जिले में अन्य कई गांवों के किसान भी व्यापक स्तर पर प्याज की खेती करने लगे हैं। किसान बताते हैं कि प्याज की खेती करने का सबसे बड़ा फायदा यह है कि किसान को लागत से तीन गुना ज्यादा तक मुनाफा होता है।