सार

story of bravery : राणा सांगा ने क्रूर लोधी को 6 घंटे में हराया! राजस्थान-मध्य प्रदेश सीमा पर युद्ध हुआ, जिसमें लोधी की सेना भाग गई। शिलालेख में राणा सांगा की वीरता का वर्णन है।

जयपुर. राजस्थान के राणा सांगा की वीरता के किस्से इतिहास के किताबों में भारी पड़े हैं ।‌ एक आंख, एक हाथ, एक पैर और शरीर पर 80 घाव लिए राणा सांगा ने मुगल शासको का सफाया किया था । बताया जाता है उन्होंने अपने जीवन काल में 100 युद्ध लड़े थे और उनमें से वह सिर्फ एक हारे थे ।

क्रूर शासक इब्राहिम लोधी और राणा सांगा का युद्ध

इन्हीं युद्ध में से एक युद्ध क्रूर मुगल शासक इब्राहिम लोदी और राणा सांगा के बीच का है। यह युद्ध राजस्थान , मध्य प्रदेश की सीमा पर खतौली के लिए के नजदीक लड़ा गया था । इसके बारे में 1517 ईस्वी में जानकारी मिलती है। माना जाता है इस युद्ध के बाद मेवाड़ शासक राणा सांगा का कद राजपूत राजाओं में और बढ़ गया था और उन्होंने अपने राज्य का विस्तार भी किया था। इब्राहिम लोदी उस समय दिल्ली की सल्तनत पर काबिज था ।

राणा सांगा के सामने 6 घंटे भी नहीं टिक सका

बताया जाता है वह शक्तिशाली मुगल राजाओं में से एक था और हजारों सैनिकों को लेकर वह मेवाड़ की तरफ बढ़ा था। लेकिन राणा सांगा और उनकी फौज की वीरता के आगे इब्राहिम लोदी सिर्फ 6 घंटे तक टिक सका। उसके बाद उसे वापस लौटना पड़ा । उसकी फौज भी उल्टे पैर जान बचाकर भागती नजर आई । खतौली किले के नजदीक एक शिलालेख पर इसका जिक्र है । उस पर लिखा हुआ है कि किस तरह से इब्राहिम लोदी राजपूत शासक राणा सांगा का 6 घंटे भी सामना नहीं कर सका। उसके बाद वह और उसकी सेना उल्टे पैर लौट गई। उल्लेखनीय है कि राणा सांगा के बाद उनके पोते महाराणा प्रताप ने भी मुगल शासको से लोहा लिया था और लोहे के चने चबाने पर मजबूर किया था।