
कोटा (राजस्थान). आपने सही पढ़ा है....। एक बिल्ली और उसके जन्मे चार बच्चे एक अफसर की नौकरी खा गए। अफसर को लापरवाह मानते हुए कलक्टर ने उसे निलंबित कर दिया। अफसर को कहा आप जाओ आपकी जरुरत नहीं है सरकार को। अफसर समझ नहीं पा रहा कि बिल्ली के बच्चे हुए तो उसकी नौकरी क्यों चली गई। मामला यहीं खत्म नहीं हुआ। कलक्टर ने अन्य अफसरों को कहा है कि इसकी जांच रिपोर्ट तैयार करो और उसके बाद देखा और कौन दोषी है, उसके खिलाफ भी एक्शन लो। मामला कोटा जिले का है।
कोटा की जेके अस्पताल का मामला
दरअसल कोटा जिले के सबसे बड़े बच्चों के सरकारी अस्पताल, जेके लोन अस्पताल का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ। वायरल वीडियो में दिखा कि एक बिल्ली ने अस्पताल के लेबर रूम में एक खाली बैड के नीचे चार बच्चों को जन्म दिया। वे बच्चे कुछ बड़े हुए और लेबर रूम में धमाचौकड़ी मचाने लगे। कभी बैड पर तो कभी ट्रॉली पर कूदने लगे। इसके कुछ लोगों ने वीडियो बना लिए और अस्पताल अधीक्षक को बताए कि ये बच्चे इंसान के बच्चों को भी नुकसान पहुंचा सकते हैं।
बीकानेर कलेक्टर ओपी बुनकर ने देखा अनोखा मामला
मामला गंभीर लगा तो तुरंत पिंजरा मंगाया गया और बच्चों एवं उनकी मां को पकडकर कहीं और छोड़ा गया। उसके बाद वीडियो बीकानेर कलेक्टर ओपी बुनकर ने भी देखा तो उन्होनें तुरंत अस्पताल की विजिट की। कल दोपहर में विजिट की और कल रात लेबर रूम की इंजार्च नर्सिंग अफसर चाहना यादव को सस्पेंड कर दिया गया। अन्य स्टाफ की भूमिका तलाशी जा रही है।
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