कार्यक्रम में बागेश्वर धाम के साथ ही कथा मर्मज्ञ पंडित देवकीनंदन ठाकुर ने भी कन्हैयालाल हत्याकांड का जिक्र किया। उन्होंने कहा कि कन्हैयालाल ने सिर्फ एक बयान का समर्थन किया था, लेकिन एक तालिबानी सोच महाराणा प्रताप की भूमि तक कैसी पहुंची? उन्होंने दो टूक कहा कि अभी तक कन्हैया के हत्यारों को सजा क्यों नहीं मिल पाई है, वो जिंदा कैसे हैं?