कहते हैं कुछ करने का जज्बा और जुनून हो तो सफलता भी आपके कदम चूमती है। ऐसा ही कमाल किया है राजस्थान के जैसलमेर में रहने वाले दो भाई-बहन ने…जिनके पिता बस में ड्राइवरी करते हैं, लेकिन वह दोनों पुलिस में सब इंस्पेक्ट बन गए।
जयपुर. हाल ही में जारी हुए राजस्थान पुलिस के सब इंस्पेक्टर भर्ती परीक्षा परिणाम में बाड़मेर के ग्रामीण क्षेत्र के रहने वाले दो सगे भाई बहन सब इंस्पेक्टर बने हैं। हालांकि इस परीक्षा में राजस्थान में सैकड़ों युवा पास हुए लेकिन राजस्थान में इन दोनों भाई-बहनों के चर्चे सबसे ज्यादा है। क्योंकि इन्होंने उन हालातों में इस परीक्षा में सफलता पास की है जिनके बारे में कोई सोच भी नहीं सकता। इनके पिता बस ड्राइवरी का काम करते हैं। वह भी प्राइवेट.....
भाई-बहन के सफलता के मंत्र
जहां ऐसी नौकरी में परिवार के लिए दो वक्त का गुजारा करना भी मुश्किल हो जाता है उन हालातों में इन दोनों भाई बहनों ने पहले ही प्रयास में यह सफलता हासिल कर ली है। इसके लिए उन्होंने न कोई कोचिंग की और न कोई ऑनलाइन क्लासेस ली। जबकि घर में ही रहकर घंटों सेल्फ स्टडी की।
जैसलमेर की सुशीला शादी के बाद बनी इंस्पेक्टर
ड्राइवर की बेटी सुशीला ने बताया कि साल 2011 में उसने 12वीं कक्षा पास कर ली। इसके बाद उसकी शादी जैसलमेर में हुई। लेकिन शादी के बाद भी वह बीएड करना चाहती थी लेकिन उसके ससुराल में ऐसी परिस्थितियां नहीं थी कि वह पढ़ाई कर ले। लेकिन उसके पति गोरखाराम ने उसका पूरा साथ दिया। लोगों ने खूब ताने भी दिए लेकिन आखिरकार उसने b.Ed पूरी की फिर उसका सिलेक्शन थर्ड ग्रेड टीचर में हो गया। लेकिन इसके बाद उसने घर में रहकर रोज करीब 3 से 4 घंटे सब इंस्पेक्टर भर्ती परीक्षा की तैयारी की और आखिरकार अब वह सब इंस्पेक्टर बन चुकी है।
पहले बना टीचर और अब पुलिस इंस्पेक्टर
वही जितेंद्र कुमार ने साल 2016 में प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करना शुरू किया था। तीन बार आरएएस का एग्जाम देने के बाद भी जब उसका सिलेक्शन नहीं हुआ तो उसने फर्स्ट ग्रेड टीचर की तैयारी करना शुरू कर दिया। उसका सिलेक्शन भी हो गया लेकिन उसे यह नौकरी बिल्कुल भी रास नहीं आई ऐसे में उसने सब इंस्पेक्टर भर्ती परीक्षा की तैयारी शुरू की और आखिरकार पहली बार में उसका सिलेक्शन हो गया।