राजस्थान के मजदूर की बेटी ने रच दिया इतिहास, किया ऐसा कारनामा ,अब पूरे देश में उसके लिए बज रहीं तालियां
कहतें कुछ करने का जज्बा और जनून हो तो इंसान कठिन परिस्थितियों में भी बड़ी कामयाबी हासिल कर सकता है। राजस्थान के भीलवाड़ा में रहने वाली एक गरीब बच्ची ने विदेश में ऐसा इतिहास रचा है कि हर कोई उसकी तारीफ कर रहा है।
राजस्थान के भीलवाड़ा जिले के हमेशा कपड़ा नगरी और सीए नगरी के नाम से जाना जाता था। लेकिन अब यह खेल के मामलों में भी आगे बढ़ रहा है। खेल भी ऐसा जो राजस्थान में सबसे कम खेला जाता हो। हम बात कर रहे हैं कुश्ती के गेम की। राजस्थान के भीलवाड़ा जिले की बेटी ने न केवल हिस्सा लिया बल्कि पूरे देश का नाम रोशन किया है।
दरअसल, भीलवाड़ा की रहने वाली अश्विनी ने जॉर्डन में आयोजित हुई चैंपियनशिप में अंडर 15 कैटेगरी में 62 किलो इवेंट में चीनी पहलवान को हराकर यह खिताब जीता है।
भीलवाड़ा की बेटी अश्विनी ऐसा करने वाली इंडिया की यह पहली महिला खिलाड़ी है। आपको बता दें कि अश्विनी पिछले 4 सालों से कुश्ती की तैयारी कर रही हैं।
अश्विनी के पिता मुकेश मजदूरी का काम करते हैं। मुकेश के लिए संभव नहीं था कि वह अपनी बेटी को कोई प्रोफेशनल ट्रेनिंग दिलवा सके, ऐसे में बेटी ने घर में ही दांव आजमाना शुरू किया। जो प्रैक्टिस खिलाड़ी किसी बड़े सेंटर में करते हैं वैसी ही प्रैक्टिस अश्विनी ने घर में की।
अब जब मेडल जीतने के बाद अश्विनी भीलवाड़ा लौटी तो उनका स्टेशन पर जोरदार स्वागत किया गया। जनप्रतिनिधि से लेकर आम आदमी और इस बहादुर बेटी के नाते-रिश्तेदार तारीफ कर रहे हैं।