राजस्थान का सबसे बड़ा सरकारी विश्वविद्यालय में प्रर्दशन का अनोखा मामला सामने आया है। जहां छात्र अलग ही तरह से विरोध जता रहे हैं। एक छात्र नेता ने जीवित समाधि ले ली। समर्थकों ने उसका शरीर का पूरा हिस्सा मिट्टी में गाड़ दिया, सिर्फ सिर निकला हुआ है ।
जयपुर. राजस्थान विश्वविद्यालय, राजस्थान का सबसे बड़ा सरकारी विश्वविद्यालय है । विश्वविद्यालय में हर रोज कुछ ना कुछ नया और अटपटा होता रहता है। फिर चाहे वह छात्रसंघ अध्यक्ष निर्मल चौधरी को पड़ा तमाचा हो क्या फिर छात्र नेताओं में आपसी झगड़े हो। विश्वविद्यालय में हर दिन पुलिस का आना-जाना जारी रहता है। विश्वविद्यालय से एक और खबर आज आई है यह खबर भी एक छात्र नेता से जुड़ी हुई है।
राजस्थान विश्वविद्यालय में छात्र नेता का अनोखा प्रदर्शन
हरफूल चौधरी नाम के एक छात्र नेता ने आज अनोखा प्रदर्शन शुरू किया है। छात्र नेता और उनके समर्थकों की मांग है कि राजस्थान विश्वविद्यालय में सेंट्रल लाइब्रेरी की शुरुआत जल्द से जल्द कर दी जाए, ताकि छात्रों को प्रतियोगी परीक्षाओं के साथ-साथ कॉलेज में होने वाली परीक्षाओं की पढ़ाई का भी समय मिल सके। छात्र नेता हरफूल चौधरी की इसके अलावा दो अन्य मांगे और हैं। इन तीनों मांगों के पूरा नहीं होने तक हरफूल चौधरी ने जीवित समाधि ले ली है। चौधरी के समर्थकों ने चौधरी के शरीर का पूरा हिस्सा मिट्टी में गाड़ दिया है मिट्टी के बाहर सिर्फ चौधरी का सिर निकला हुआ है । चौधरी ने इसी हालत में मीडिया से भी बातचीत की है ।
लाइब्रेरी की मांग पूरी नहीं होने तक ले ली जीवित समाधि
हरफूल चौधरी ने आरोप लगाया कि विश्वविद्यालय प्रशासन तानाशाही कर रहा है । जिस सेंट्रल लाइब्रेरी का उद्घाटन 2 महीने पहले खुद मुख्यमंत्री अशोक गहलोत कर चुके हैं, लेकिन उसे अभी तक भी शुरू नहीं किया गया है । जबकि छात्रों के सेमेस्टर एग्जाम आ रहे हैं । अधिकतर छात्र रात के समय प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी भी करते हैं ऐसे में लाइब्रेरी शुरू हो जाएगी और वहां से पुस्तकों का आवंटन शुरू हो जाएगा तो छात्रों का भविष्य बनने की अच्छी संभावनाएं हैं।
छात्रों के भविष्य को लेकर सता रही चिंता
हरफूल चौधरी ने विश्वविद्यालय रजिस्ट्रार पर भ्रष्टाचार करने के आरोप लगाए , उन्होंने कहा कि उनके खिलाफ निष्पक्ष जांच होनी चाहिए । उन्होंने बहुत धांधली कर रखी है । चौधरी ने आरोप लगाया कि कुछ समय पहले छात्रों की मांगों को लेकर शांतिपूर्वक तरीके से प्रदर्शन कर रहे थे लेकिन उसके बावजूद भी विश्वविद्यालय प्रशासन ने डेढ़ सौ से ज्यादा छात्रों पर राजकार्य में बाधा का मुकदमा दर्ज करवा दिया। ऐसे में अब छात्रों के भविष्य को लेकर भी चिंता सता रही है । चौधरी ने कहा जब तक तमाम जायज मांगे मानी नहीं जाएगी वह इसी स्थिति में रहेंगे । अगर किसी ने जबरदस्ती की तो बुरे परिणाम भुगतने पड़ सकते हैं।
वीडियो में देखिए छात्र नेता का अनोखा प्रदर्शन