मान्यता है कि जोधपुर की स्थापना जिस समय हुई थी, उसी समय से घींगा कंवर की पूजा इसी तरह से होती आ रही है। बड़ी बात ये है कि पुलिस और लोकल प्रशसन इस दौरान पूरी तरह से अलर्ट रहता है। उन्हें पहले ही हर तरह की सूचनाएं भेजी दी जाती है। आखिरी दिन महिलाएं अलग अलग स्वांग रचकर बाजार में निकलती हैं। इस दौरान उनके अलावा कोई पुरुष वहां नहीं होता। कोई नियम तोड़ता है तो उसक खिलाफ पुलिस एक्शन लिया जाता हैं