Published : Apr 18, 2023, 11:37 AM ISTUpdated : Apr 18, 2023, 12:15 PM IST
माइंडसेट चेंज होने के बाद आदमी क्या कुछ नहीं कर लेता है। इसी तरह का एक मामला राजस्थान में सामने आया हैं। एक फैशन डिजाइनर ने कोरोना काल न भगवत गीता पढ़ना शुरू कर दिया। बल्कि उनमें इतना बदलाव आया कि उन्होंने एक बुक लिख डाली।
यह फैशन डिजाइनर है जया गजावत। जिन्हें उनकी सादगी के लिए भी जाना जाता है। जया बताती है कि उनका हमेशा से ही प्रोफेशन फैशन डिजाइनिंग का रहा है। लेकिन कोरोना के दौरान उन्हें लिखने और पढ़ने की आदत पड़ गई।
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जया की बुक 'अ जर्नी फ्रॉम कन्फ्यूजन टू कनक्लूजन' शनिवार को जयपुर के आरएएस क्लब में लॉन्चिंग की गयी। इस दौरान बुक की ऑथर जया ने बताया कि यह किताब जीवन के जीने की कला को सिखाता है। इसमें हमारे जीवन के उद्देश्य के बारे में बताया गया है।
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जया ने सोचा कि क्यों न उनके विचार सबको पता चले जिससे कि लोगों का भी मोटिवेशन हो बस इसी को लेकर उन्होंने अपनी किताब लिख दी। किताब को पूरी तैयार होने में करीब 2 साल का समय लगा है। जिसकी हाल ही में लॉन्चिंग भी कर दी गई है।
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जया बताती है कि किताब को लिखने के लिए उनकी बेटियों ने भी काफी मोटिवेशन दिया क्योंकि जया को काफी टाइम हो गया था कोई चीज लिखे हुए मतलब कॉलेज लाइफ के बाद पहला ऐसा मौका आया जब उन्होंने इतना ज्यादा लिखा हो लेकिन उनकी बेटियों ने हमेशा उनको सपोर्ट किया जिसके बाद अब गीता ने अपनी पूरी बुक ही तैयार कर दी।
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जया पेशे से एक जानी-मानी फैशन डिज़ाइनर है। उन्होंने अपने जीवन के 14 साल फैशन उद्योग में दिए हैं। उनकी दो बेटिया हैं, उन्होंने महसूस किया कि डिजाइनिंग और मॉडलिंग के अलावा पढ़ना और लिखना उनके जीवन में आनंद जोड़ता है।