अयोध्या. अयोध्या राम मंदिर में अब माता सीता की प्रतिमा भी विराजमान होगी। इसके लिए गुरुवार को आयोजित बोर्ड आफ ट्रस्टीज की बैठक में इस प्रस्ताव को शामिल किया गया है। ये प्रस्ताव खुद सीएम योगी आदित्यनाथ का है। जिसे तीर्थ क्षेत्र ने स्वीकार किया है। अब प्रस्ताव पास होते ही माता सीता को विराजमान करने की तैयारी शुरू हो जाएगी।
सीएम योगी ने दिया था सुझाव
जानकारी के अनुसार सीएम योगी आदित्यनाथ लोकसभा चुनाव का परिणाम घोषित होने के बाद रामलला के दर्शन के लिए पहुंचे थे। उन्होंने तीर्थ क्षेत्र के महासचिव चंपत राय सहित अन्य के साथ बैठक कर राम मंदिर में निर्माण और सुरक्षा संबंधी चर्चा की थी। जिसमें उन्होंने सुझाव दिया था कि मुझे संतों से सुझाव दिया है कि अयोध्या के वैभव को बढ़ाने के लिए माता सीता की जरूरत है। उनका मंदिर भी श्रीराम जन्मभूमि परिसर में बनाया जाना चाहिए। सीएम योगी के इस प्रस्ताव को तीर्थ क्षेत्र महासचिव ने मान लिया है।
दोपहर 3 बजे से होगी बैठक
तीर्थक्षेत्र के महासचिव चंपत राय ने मोबाइल के माध्यम से बैठक की सूचना दी है। जबकि इस बैठक का एजेंडा अभी तक बोर्ड के न्यासियों को नहीं भेजा गया है। इस कारण वे अपना कोई भी मत देने को तैयार नहीं है। तीर्थ के कोषााध्यक्ष महंत गोविंद देव गिरि अयोध्या पहुंच गए हैं। लेकिन पेजावर मठ पीठाधीश्वर जगद्गुरु माध्वाचार्य स्वामी विश्व प्रसन्न तीर्थ चेन्नई में आयोजित एक अनुष्ठान के कारण वर्चुअल बैठक में शामिल होंगे।
यह भी पढ़ें : 40 मिनट में पूरा हुआ 4 घंटे का सफर, एमपी में शुरू हुई ऐसी सुविधा
रामलला के दर्शन करने देश विदेश से पहुंच रहे श्रद्धालु
आपको बतादें कि अयोध्या के राम मंदिर में विराजमान रामलला के दर्शन करने के लिए देश विदेश से श्रद्धालु पहुंच रहे हैं। हर दिन यहां हजारों की संख्या में श्रद्धालु भगवान राम के दर्शन करने आते हैं। जिसके चलते अयोध्या का विकास भी हो रहा है। श्रद्धालु रामलला के दर्शन करने के साथ ही सरयू के तट पर भी जाते हैं।
यह भी पढ़ें : जया बच्चन ने लिया यूपी के भदोही को गोद, बदल जाएगी कई गांवों की सूरत