एशियानेट न्यूज हिंदी क्राइम डायरी पर एक सीरीज चला रहा है। हम हर सप्ताह यूपी के अलग-अलग जगहों के क्राइम केसों की हैरतअंगेज कहानी लेकर आएंगे। आज पढ़िए बाराबंकी जिले में अंधविश्वास में फंसे लोगों की कहानी पूर्व IPS राजेश पांडेय की जुबानी।
राजेश कुमार पांडेय। आज हम आपको एक ऐसे तांत्रिक की कहानी बताने जा रहे हैं, जो धन दोगुना करने और जमीन में गड़ा हुआ धन दिलाने के नाम पर भोले भाले लोगों से पैसा ऐंठता था और फिर प्रसाद में जहर देकर उन्हें मौत के घाट उतार देता था।
घटना बाराबंकी के रूगौली थाना क्षेत्र की है। धन दोगुना करने और जमीन के नीचे गड़ा हुआ धन दिलाने के नाम पर ठगी करने वाले एक तांत्रिक की शिकायत मिली थी। इसमें कुछ लोगों की संदिग्ध परिस्थितियों में मौतें भी हुई थीं। पर तांत्रिक के भय से कोई शिकायतकर्ता सामने आने को तैयार नहीं था।
कड़ाई से पूछताछ हुई तो तोते की तरह बोलने लगा तांत्रिक
उस समय थानाध्यक्ष एके उपाध्याय थे। मामले की तफ्तीश शुरु हुई। एसओ साहब ने तांत्रिक को थाने पर बुलाया। उधर, थाने के मौजूदा सब इंस्पेक्टर ने कार्रवाई के नाम पर हाथ खड़ा कर दिया। उनका कहना था कि ये तांत्रिक है, पता नहीं क्या कर देगा? यह सब देखने के बाद थानाध्यक्ष ने खुद ही पीड़ितों के बारे पूछताछ शुरु कर दी। पर तांत्रिक कुछ भी बताने से इंकार करता रहा। कड़ाई से पूछताछ हुई तो तांत्रिक हीरालाल तोते की तरह सब कुछ बोलने लगा।
झांसा देकर नर्स की बेटी से शादी
दरअसल, इलाहाबाद का रहने वाला तांत्रिक किसी काम से बाराबंकी के रुदौली बाजार आया था। वहीं उसकी मुलाकात एक नर्स से हुई। उसके यहां आना-जाना शुरु हुआ। फिर तांत्रिक ने झांसा देकर नर्स की बेटी से शादी कर ली और वहीं बस गया। खुद को दिव्य शक्ति युक्त एक तांत्रिक के रूप में प्रचारित किया। खासकर धन दोगुना करने और गड़ा हुआ धन दिलाने की अपनी फर्जी शक्ति का बखान किया।
लक्ष्मीदेवी बनी पहली शिकार
तांत्रिक की पहली शिकार रुदौली के मलिनपुरवा गांव की लक्ष्मीदेवी (45 वर्षीय) हुईं। तांत्रिक के पास आकर उन्होंने अपने घर में गड़े हुए धन की खोज में उत्सुकता दिखाई। तांत्रिक ने उनसे घर के आंगन की मिट्टी मंगाई। उन्हें कुछ ऐसी तकनीकी बातें बताई कि लक्ष्मी देवी उसके बहकावे में आ गईं। चूंकि तांत्रिक अपने परिवार के साथ वहीं रहता था। इसलिए स्थानीय लोगों के मन में उसके प्रति शक की कोई खास गुंजाइश नहीं थी।
लक्ष्मी देवी अगले दिन आंगन की मिट्टी लेकर आईं तो तांत्रिक ने पूरा स्वांग रचा। जैसे-नींबू कांटना हो या मिर्च जलाना आदि। ये सारे हथकंडे अपनाकर उसने महिला को बताया कि उनके घर में बहुत दौलत है। महिला ने धन प्राप्ति का तरीका पूछा तो तांत्रिक ने घर दिखाने के लिए कहा और यह भी कहा कि एक पूजा करानी होगी। पूजा के बाद उसे दिव्यदृष्टि प्राप्त होगी कि किस कोने में, कितने फिट नीचे क्या चीज गड़ी हुई है?
चालाकी से गड्ढे में चांदी के सिक्के डाल दिए
महिला झट से तैयार हो गई और 4-5 दिन बाद तांत्रिक को अपने घर ले गई। तांत्रिक ने घर में चारो तरफ एक नजर देखा और आंगन के बीच खुदे गड्ढे में एक पोटली डाल दी। यह वही गड्ढा था, जिसमें से मिट्टी निकालकर महिला तांत्रिक के पास ले गई थी और तांत्रिक ने गड्ढा भरने से मना किया था। बहरहाल, तांत्रिक ने थोड़ी देर बाद गड्ढे से पोटली निकाल कर, उसमें मिट्टी भरवा दी। इसी बीच तांत्रिक ने चालाकी से गड्ढे में चांदी के दो सिक्के डाल दिए।
उसके बाद फिर महिला तांत्रिक के पास पहुंची तो उसने घर के कोनों में धन के गड़े होने का दावा करते हुए कहा कि जहां पहले गड्ढा खोदा गया था। उसी जगह, उतनी ही गहराई में गड्ढा खोदो। चूंकि सिक्का पहले से महिला के घर के गड्ढे में तांत्रिक ने चालाकी से डाल दिया था। खुदाई में वह मिला भी। अब महिला को तांत्रिक पर पूरा भरोसा हो गया और उसी बहाने तांत्रिक ने महिला से काफी पैसे ऐंठ लिए। यहां तक कि महिला ने अपने जेवर बेचकर भी तांत्रिक की जेब भरी।
प्रसाद में जहर देकर मार डाला
उधर, तांत्रिक महिला को बताता रहा कि तुम्हारे घर में पचास किलो चांदी गड़ी है। काफी दिनों तक ऐसे ही चलता रहा। जब महिला को इस बात का एहसास हुआ कि तांत्रिक न तो गड़े धन की जगह बता रहा है, न ही अब तक कोई गहना या चांदी का सिक्का मिला। तब वह तांत्रिक से अपने पैसे मांगने लगी। अपनी पोल खुलती देख तांत्रिक ने प्रसाद में जहर मिलाकर लक्ष्मी देवी को दिया और उनकी मृत्यु हो गई।
एसओ साहब ने इस पूरी कहानी की तस्दीक के लिए एक शख्स को मलिनपुरवा गांव भेजा। गांव वालों ने उसकी पुष्टि करते हुए बताया कि महिला तांत्रिक के पास जाया करती थी और एक दिन पूरा शरीर नीला पड़ गया। जिससे उसकी मृत्यु हो गई।
रामसनेही घाट के नरिया गांव के रहने वाले रतन (40 वर्षीय) को भी ऐसे ही अपने जाल में फंसाया और पैसे ऐंठने के बाद मौत के घाट उतार दिया। बिसौली गांव के दर्शन से भी धन दोगुना करने के नाम पर काफी पैसे लिए। मतलब, जिससे धन लिया, उसे वापस नहीं किया, बल्कि प्रसाद में जहर देकर हत्या कर दी। ऐसे मामलों में जिनकी मौत हुई थी। उनके परिजनों से तहरीर लेकर मुकदमा दर्ज किया गया और तांत्रिक को जेल भेज दिया गया।
ये घटना आंख खोलने वाली है। धन दोगुना करना, लॉटरी निकालना, गड़ा हुआ धन दिलाने के नाम पर ठगी की घटनाए आम हैं। इस तरह के प्रलोभनों से सावधान रहें और सुरक्षित रहें।
-किस्सागोई के लिए मशहूर राजेश कुमार पांडेय पूर्व आईपीएस हैं।