
अयोध्या। 22 जनवरी को रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा (Ram mandir Pran pratishtha) से पहले कांग्रेस नेता प्रमोद कृष्णम अयोध्या पहुंच गए हैं। विपक्षी नेताओं के निमंत्रण ठुकराने के सवाल पर उन्होंने कहा- ये मेरा सौभाग्य है कि मैं अयोध्या आया। ये बात सही है कि मंदिर का निर्माण सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद हुआ है, लेकिन ये भी सच है कि अगर मोदी देश के प्रधानमंत्री नहीं होते, तो न ये फैसला हो पाता और ना ही मंदिर बनता। इसलिए, मैं इसका श्रेय नरेंद्र मोदी को ही दूंगा।
भगवान राम भारत की आत्मा
इससे पहले कांग्रेस नेता प्रमोद कृष्णम ने कहा था कि भगवान राम भारत की आत्मा हैं। उनके बिना न तो भारत की कल्पना की जा सकती है और न लोकतंत्र की। ये बेहद दुर्भाग्य का विषय है। राम के निमंत्रण को तो कोई ईसाई, या मुसलमान भी नहीं ठुकरा सकता। मुझे लगता है कि कांग्रेस का प्राण-प्रतिष्ठा का निमंत्रण न स्वीकार करना किसी भी मायने में सही नहीं है। इस पर पार्टी को पुनर्विचार करना चाहिए।
भाजपा से लड़ो राम से नहीं..
प्रमोद कृष्णम ने कहा था कि मैं सभी विपक्षी दलों से ये अपील करना चाहता हूं कि आप लोगों की लड़ाई भाजपा से है, तो उनसे लड़ो पर राम से नहीं। भाजपा से लड़ो लेकिन सनातन से नहीं। मैं कहता हूं कि भाजपा से लड़ो पर भारत से नहीं। बता दें कि रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा से जुड़े अनुष्ठान 16 जनवरी से शुरू हो चुके हैं, जो 21 जनवरी तक चलेंगे। इसके बाद 22 जनवरी को विधिवत प्राण-प्रतिष्ठा संपन्न होगी।
जानें किन-किन लोगों ने ठुकराया प्राण-प्रतिष्ठा का निमंत्रण
बता दें कि अयोध्या में रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा का न्योता ठुकराने वालों में सिर्फ कांग्रेस के नेता ही नहीं हैं। राजद प्रमुख लालू यादव, TMC की मुखिया ममता बनर्जी, राहुल गांधी, सोनिया गांधी, मल्लिकार्जुन खड़गे, अखिलेश यादव समेत कई विपक्षी नेताओं ने निमंत्रण स्वीकार नहीं किया है। वहीं, आप प्रमुख अरविंद केजरीवाल का कहना है कि उन्हें मंदिर की प्राण-प्रतिष्ठा का न्योता ही नहीं मिला है।
ये भी देखें :
18 राज्यों के 50 वाद्ययंत्रों से गूंजेगी अयोध्या, 2 घंटे तक बजेगी मंगल ध्वनि
रामनगरी में 2500 कलाकार बिखेरेंगे भारतीय संस्कृति की महक, देखें PHOTOS
उत्तर प्रदेश में हो रही राजनीतिक हलचल, प्रशासनिक फैसले, धार्मिक स्थल अपडेट्स, अपराध और रोजगार समाचार सबसे पहले पाएं। वाराणसी, लखनऊ, नोएडा से लेकर गांव-कस्बों की हर रिपोर्ट के लिए UP News in Hindi सेक्शन देखें — भरोसेमंद और तेज़ अपडेट्स सिर्फ Asianet News Hindi पर।