राजूपाल हत्याकांड में तकरीबन 18 सालों से फरार चल रहे अब्दुल कवि के घर सीबीआई की टीम पहुंची। टीम ने वहां पर लेखपाल से जरूरी कागजात भी लिए। पड़ताल में पता लगा कि अब्दुल कवि के नाम कोई संपत्ति नहीं है।
कौशांबी: राजूपाल हत्याकांड के मामले में फरार चल रहे अब्दुल कवि की जांच में जुटी सीबीआई की टीम गुरुवार को मंझनपुर पहुंची। यहां तहसीलदार के द्वारा तकरीबन ढाई घंटे तक अब्दुल कवि की संपत्ति का ब्यौरा इकट्ठा किया गया। हालांकि दस्तावेजों में अब्दुल कवि की किसी भी संपत्ति की जानकारी नहीं मिली।
सीबीआई की टीम ने तेज किया एक्शन
आपको बता दें कि अब्दुल कवि सरायअखिल के भखंदा उपरहार का रहने वाले है और वह तकरीबन 18 साल से फरार चल रहा है। अब्दुल कवि प्रयागराज पश्चिमी के पूर्व विधायक राजू पाल की हत्या में शूटर था। मामले की जांच सीबीआई के द्वारा की जा रही है। गुरुवार से तकरीबन एक माह पहले भी सीबीआई की टीम भखंदा गांव पहुंची थी। वहां पर अब्दुल कवि की कुर्की का नोटिस चस्पा किए जाने के साथ ही संपत्ति जब्त करने को लेकर चेतावनी दी गई थी। आपको बता दें कि राजू पाल हत्याकांड में गवाह उमेश पाल की हत्या के बाद टीम ने अब्दुल कवि पर भी एक्शन तेज कर दिया है।
पिता अब्दुल गनी के नाम पर दर्ज है संपत्ति
गौरतलब है कि कौशांबी पुलिस की टीम ने 3 मार्च को अब्दुल कवि के घर को ढहाते हुए वहां से अवैध शस्त्र भी बरामद किए थे। इसी के बाद गुरुवार को सीबीआई की टीम भी मंझनपुर के तहसीलदार भूपाल सिंह से मिली। टीम ने अब्दुल कवि की संपत्ति को लेकर जानकारी इकट्ठा की। हालांकि जांच में पता लगा कि अब्दुल कवि के नाम पर कोई संपत्ति नहीं है। वहां जो भी संपत्ति है वह अब्दुल कवि के पिता अब्दुल गनी के नाम पर दर्ज है। तहसीलदार ने इससे जुड़ी 5 खतौनी भी सीबीआई की टीम को उपलब्ध करवाईं। बताया गया कि जो घर ढहाया गया था वह भी अब्दुल गनी के नाम पर दर्ज है और अभी तक बंटवारा नहीं हुआ है। मामले में आगे भी पड़ताल जारी है।