यूपी के मेरठ में एक महिला ने प्रेमी के साथ मिलकर अपने ही दो बच्चों की हत्या करवा दी। पुलिस ने सीसीटीवी वीडियो चेक करने की बात कही तो महिला ने घटना को स्वीकार किया। पुलिस बच्चों के शवों की तलाश में जुटी हुई है।
मेरठ: घर के बाहर खेल रहे सेल्समैन के बेटे-बेटी को अगवा करने का मामला सामने आया है। इस मामले में पुलिस ने देर रात निवर्तमान पार्षद और बच्चों की मां समेत 5 लोगों को हिरासत में लिया है। पुलिस पड़ताल के बाद हिरासत में लिए गए पार्षद ने दावा किया कि उसके दोनों बच्चों की हत्या की गई है। हत्या के बाद शव को गंग नहर के भोला झाल में फेंका गया है। वहीं पुलिस मामले में दावे के आधार पर शवों की तलाश कर रही है।
देर रात तक बच्चों के न आने पर दर्ज करवाया गया केस
गौरतलब है कि खैरनगर के रहने वाले शाहिद बेग लालकुर्ती के एक शू स्टोर में सेल्समैन हैं। उनके दो बच्चे हैं। शाहिद का 10 वर्षीय बेटा मेराज और 6 वर्षीय बेटी कोनेन कक्षा 3 और 2 में पढ़ाई करते हैं। दोनों ही बच्चों को पढ़ाने के लिए घर में शाम को 7 बजे शिक्षक सलमान आते हैं। हालांकि परीक्षा खत्म होने के बाद इस समय वह ट्यूशन नहीं पढ़ रहे थे। बुधवार को भी शाम तकरीबन साढ़े सात बजे बच्चे गली में खेल रहे थे। हालांकि जब वह दोनों रात में 9 बजे तक भी वापस नहीं आए तो परिजनों ने तलाश शुरू की। देर रात 12 बजे मामले को लेकर पुलिस को सूचना दी गई और देहलीगेट थाने पर केस दर्ज करवाया गया।
वारदात के बाद निशा के परिजनों ने भी किया किनारा
घटना का खुलासा करते हुए सीओ अमित राय ने बताया कि वारदात को खैरनगर के निवर्तमान पार्षद सउद और बच्चों की मां ने मिलकर अंजाम दिया है। पहले तो दोनों पुलिस को गुमराह करते रहे लेकिन जब सीसीटीवी कैमरे का डर दिखाया गया तो निशा ने सच्चाई बताई। निशा ने पति शाहिद के सामने खुलासा किया कि उससे गलती हो गई है। दोनों ही बच्चों को सउद उठाकर ले गया था। इसके बाद पुलिस ने तत्काल सउद को हिरासत में लिया। पड़ताल में पता लगा कि निशा ने ही मोहब्बत के लालच में दोनों बच्चों का कत्ल करवा दिया। इसके बाद शव को भोला झाल में फेंक दिया। हालांकि इसके बाद पुलिस ने रातभर शवों की तलाश की लेकिन शव बरामद नहीं हुए। इस घटना के बाद के निशा के घरवालों ने भी उससे किनारा कर लिया है।
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