
अगर आपने हाल ही में ड्राइविंग लाइसेंस के लिए आवेदन किया है, या जल्द अप्लाई करने की सोच रहे हैं, तो कुछ दिनों की देरी के लिए तैयार रहें. यूपी के आरटीओ कार्यालयों में अगले चार दिन ऐसा तकनीकी बदलाव होने जा रहा है, जिसके कारण नया लाइसेंस अप्रूव नहीं होगा. प्रक्रिया रुकेगी जरूर, लेकिन इसी रुकावट के बाद शुरू होगा एक नया और बेहतर सिस्टम, जो पूरे राज्य में लाइसेंस प्रक्रिया को तेज और पारदर्शी बनाएगा.
उत्तर प्रदेश के सभी RTO कार्यालयों में 25 नवंबर से 28 नवंबर तक ड्राइविंग लाइसेंस अप्रूवल पूरी तरह रोक दिया गया है. यानी इन चार दिनों में कोई भी नया ड्राइविंग लाइसेंस अप्रूव नहीं होगा. लेकिन राहत की बात यह है कि बाकी सभी प्रक्रियाएं चालू रहेंगी:
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अप्रूवल रोकने का कारण तकनीकी बदलाव बताया गया है.
परिवहन विभाग की आयुक्त किंजल सिंह ने बताया कि पुरानी आईटी कंपनी ‘स्मार्ट चिप प्राइवेट लिमिटेड’ का कॉन्ट्रैक्ट समाप्त हो रहा है. अब नई कंपनियों को साइट हैंडओवर, सर्वर सेटअप और नया हार्डवेयर इंस्टॉल करना है. इसी तकनीकी ट्रांज़िशन के कारण चार दिनों के लिए अप्रूवल ठप रहेगा.
पुरानी कंपनी को निर्देश दिए गए हैं कि वह 29 नवंबर तक अपने सभी लंबित स्मार्ट कार्ड ड्राइविंग लाइसेंस की प्रिंटिंग, पर्सनलाइजेशन और डिस्पैच का काम पूरा करे। सभी RTO को भी निर्देशित किया गया है कि 25 नवंबर से पहले सभी लंबित अप्रूवल क्लियर कर दें, ताकि आवेदकों को ज्यादा परेशानी न हो।
उत्तर प्रदेश में ड्राइविंग लाइसेंस बनाने की कमान अब तीन नई आईटी कंपनियों के हाथों में जाएगी. इन्हें अलग-अलग जोन सौंपे गए हैं. नई कंपनियां नए सॉफ्टवेयर, हार्डवेयर, डेटा सिस्टम के साथ काम शुरू करेंगी, जिससे लाइसेंस प्रक्रिया और तेज होने की उम्मीद है.
परिवहन विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि यह सिर्फ एक रूटीन टेक्निकल हैंडओवर है. उन्होंने स्पष्ट किया:
अगर आपका लाइसेंस इन दिनों पेंडिंग है, तो बस कुछ दिन धैर्य रखें—29 नवंबर से नया सिस्टम पूरी तरह सक्रिय हो जाएगा.
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