योगी सरकार के 8 सालों में काशी में 79 पर्यटन विकास परियोजनाओं से शहर का व्यापक बदलाव हुआ है। गलियों, घाटों, मंदिरों और सारनाथ सहित प्रमुख स्थलों का सौंदर्यीकरण काशी को विश्वस्तरीय पर्यटन केंद्र के रूप में उभार रहा है।
जब कोई शहर अपनी हजारों साल पुरानी आत्मा को संजोते हुए आधुनिक विकास की चमक से जगमगाने लगे, तो वह केवल पर्यटन स्थल नहीं रहता, वह एक जीवंत सभ्यता बन जाता है। काशी, जिसे संसार वाराणसी और बनारस के नाम से जानता है, आज ठीक उसी मोड़ पर खड़ी है। डबल इंजन सरकार के प्रयासों और प्रधानमंत्री के मार्गदर्शन में ‘नई और आधुनिक काशी’ की तस्वीर दुनिया के सामने विकास का एक सशक्त मॉडल बनकर उभर रही है।
पिछले आठ वर्षों में योगी आदित्यनाथ सरकार ने काशी के पर्यटन विकास को प्राथमिकता देते हुए 35,705.07 लाख रुपये की लागत से 79 पर्यटन परियोजनाओं का शिलान्यास किया। इनमें से कई कार्य पूरे हो चुके हैं जबकि कई तेजी से आगे बढ़ रहे हैं। काशी की प्राचीन विरासत को आधुनिक सुविधाओं के साथ जोड़कर उसे विश्व पर्यटन के मानचित्र पर नई पहचान देने का प्रयास अब ठोस परिणाम दिखा रहा है।
49 पूर्ण परियोजनाएं: 19219.57 लाख रुपये से बदली काशी की सूरत
पर्यटन विभाग के संयुक्त निदेशक दिनेश कुमार के अनुसार अब तक 49 पर्यटन विकास कार्य पूरे किए जा चुके हैं। इन परियोजनाओं ने काशी की धार्मिक, सांस्कृतिक और ऐतिहासिक धरोहरों को नया रूप दिया है।
प्रमुख पूर्ण परियोजनाएं
काशी की प्राचीन गलियों का सौंदर्यीकरण
घाटों का आधुनिकीकरण एवं श्रद्धालुओं के लिए बेहतर सुविधाएं
काशी की चार धाम यात्रा, काशी विष्णु यात्रा, द्वादश आदित्य यात्रा, नव दुर्गा और अन्य धार्मिक पथों का विकास
पंचक्रोशी यात्रा मार्ग के पांच पड़ावों का पर्यटन विकास
रोहनिया, पिंडरा, शिवपुर जैसे ग्रामीण क्षेत्रों में मंदिरों, तालाबों और कुंडों का नवीनीकरण
सारनाथ में लाइट एंड साउंड शो और बुद्धा थीम पार्क
संत रविदास जन्मस्थली पर सुविधा केंद्र
सामने घाट और रामनगर में शास्त्रीय घाट का निर्माण
क्रूज़ बोट संचालन
लाल बहादुर शास्त्री एयरपोर्ट पर पर्यटन सूचना केंद्र
मांर्कण्डेय महादेव, सारंग नाथ तालाब, शूलटंकेश्वर मंदिर और अन्य धार्मिक स्थलों का विकास
इन कार्यों ने काशी को आधुनिक सुविधाओं के साथ एक विश्वस्तरीय आध्यात्मिक पर्यटन केंद्र के रूप में स्थापित किया है।
30 परियोजनाएं निर्माणाधीन: 16485.5 लाख की लागत से बन रही नई काशी
डबल इंजन सरकार की गति से जारी विकास कार्यों में कई प्रमुख परियोजनाएं शामिल हैं, जो आने वाले समय में काशी को और अधिक आकर्षक बनाएंगी।
प्रमुख गतिमान परियोजनाएं
जैन तीर्थंकर चंद्रप्रभु की जन्मस्थली चंद्रावती का पर्यटन विकास
सारनाथ के सारंग नाथ मंदिर का उन्नयन
मणिकर्णिका घाट, सतुआ बाबा आश्रम और डोमरी स्थित यात्री निवास
परेड कोठी एवं राही पर्यटक आवास गृह का उच्चीकरण
संत रविदास पार्क का जीर्णोद्धार
निषादराज प्रतिमा, मांडवी कुंड और गणेश मंदिर का विकास
सात घाटों पर सात जेटी और चेंजिंग रूम
गुरुधाम मंदिर का उन्नयन
थाईवट टेम्पल (बुद्धा स्टेच्यू) पर फसाद लाइट
करखियाँव में स्वतंत्रता संग्राम सेनानी पार्क
लमही में मुंशी प्रेमचंद के घर को संग्रहालय के रूप में विकसित करने का कार्य
नगवा में संत रविदास पार्क का सौंदर्यीकरण
संत कबीर प्राकट्य स्थल का पर्यटन विकास
ये सभी परियोजनाएं काशी के पर्यटन ढांचे को मजबूत कर रही हैं और इसे वैश्विक आकर्षण के रूप में स्थापित करने में सहायक हैं।
पर्यटन उद्योग की राय: काशी में बढ़ रही है ‘स्टे ड्यूरेशन’ और व्यवसाय
विकास अग्रवाल, होटल व्यवसायी: “योगी सरकार ने काशी का चौतरफा विकास कराया है। छोटे-बड़े पर्यटन स्थलों के उन्नयन से पर्यटक अब ज्यादा दिनों तक काशी में ठहर रहे हैं। होटल उद्योग को इसका सीधा लाभ मिल रहा है।”
अभिषेक शर्मा, गवर्नमेंट अप्रूव्ड गाइड, यूपी टूरिज्म: “पहले पर्यटक केवल श्री काशी विश्वनाथ धाम और घाटों तक सीमित रहते थे। अब विकास कार्यों के कारण शहर के हर हिस्से तक पहुंचना आसान हो गया है। सुविधाएं बेहतर हुई हैं और पर्यटकों का आवागमन लगातार बढ़ रहा है।”
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