
लखनऊ, 27 सितंबर। CM योगी आदित्यनाथ बरेली घटना पर बोले- 'बरेली में एक मौलाना भूल गया था कि शासन किसका है। वह धमकी देकर जाम लगाने की बात करता था, लेकिन हमने स्पष्ट कर दिया कि न जाम होगा, न कर्फ्यू लगेगा। हम ऐसे सबक देंगे कि उनकी आने वाली पीढ़ियां भी दंगा करना भूल जाएंगी।'
उन्होंने जोर देकर कहा कि 2017 के बाद उनकी सरकार ने दंगाइयों को सख्ती से सजा दी और उत्तर प्रदेश में शांति और सुरक्षा का नया युग स्थापित किया।
योगी आदित्यनाथ ने पूर्ववर्ती सरकारों पर करारा प्रहार करते हुए कहा कि 'चाचा-भतीजा' वसूली और माफिया राज प्रदेश में आम बात थी। उन्होंने बताया कि तब बेटियां, व्यापारी और किसान सुरक्षित नहीं थे। ऐसी भ्रष्ट व्यवस्था में सत्ता माफियाओं के सामने नतमस्तक थी। सीएम ने कहा, "हमने माफिया राज को जड़ से उखाड़कर उत्तर प्रदेश को विकास की राह पर ला खड़ा किया।"
मुख्यमंत्री ने बताया कि उत्तर प्रदेश अब 70 हजार करोड़ रुपये के रेवेन्यू सरप्लस वाला राज्य बन गया है। 2016-17 में प्रदेश का योगदान भारत की अर्थव्यवस्था में 8 फीसदी था, जो अब तेजी से बढ़कर प्रदेश को विकास का इंजन बना चुका है।
सीएम ने कहा कि उनकी सरकार ने परिवारवाद, जातिवाद और भ्रष्टाचार के खिलाफ जीरो टॉलरेंस नीति अपनाई, जिससे यूपी की शांति और विकास सुनिश्चित हुआ।
योगी आदित्यनाथ ने भारत को दुनिया का सबसे सौभाग्यशाली देश बताया। उन्होंने कहा कि भारत के कुल क्षेत्र का 60% कृषि और मानव सभ्यता के लिए उपयुक्त है, जबकि रूस, चीन और अमेरिका में केवल 20% भूमि खेती और बसावट के लिए योग्य है।
सीएम ने ऐतिहासिक दृष्टिकोण से बताया कि चंद्रगुप्त मौर्य के समय भारत की अर्थव्यवस्था दुनिया की 40% थी। विदेशी दासता और ब्रिटिश शासन के दौरान भारत को लूटा गया, लेकिन अब देश फिर से उभर रहा है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि भ्रष्ट और बेईमान लोगों के लिए बुलडोजर नीति अपनाई गई। बीते आठ वर्षों में प्रदेश के हर क्षेत्र में विकास हुआ। उन्होंने स्पष्ट किया कि अब उत्पाती और उपद्रवी को सबक सिखाया जाएगा ताकि भविष्य में कोई समस्या न हो।
सीएम ने बताया कि उत्तर प्रदेश में देश का 55% एक्सप्रेसवे नेटवर्क है, सबसे अधिक शहरों में मेट्रो संचालन हो रहा है और 16 हवाई अड्डे सक्रिय हैं। अगले महीने जेवर में देश का सबसे बड़ा हवाई अड्डा तैयार हो जाएगा। उन्होंने कहा कि यूपी अब देश का सबसे ज्यादा नौकरियां देने वाला और निवेश लाने वाला प्रदेश बन चुका है। गन्ना, चीनी, इथनॉल और खाद्यान्न उत्पादन में प्रदेश नंबर एक है।
मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 'विकसित भारत 2047' संकल्प का समर्थन करते हुए कहा कि यूपी इस लक्ष्य का नेतृत्व करेगा। उन्होंने बताया कि समर्थ पोर्टल के माध्यम से अब तक 6 लाख से अधिक सुझाव मिल चुके हैं।
प्रदेश की अर्थव्यवस्था 2016 में 12 लाख करोड़ थी, जो वर्तमान में 35 लाख करोड़ तक पहुँच चुकी है। प्रति व्यक्ति आय 45 हजार से बढ़कर 1 लाख 20 हजार रुपये हुई है।
सीएम ने बताया कि 52 प्राइवेट विश्वविद्यालय स्थापित किए गए हैं और हर जिले में मेडिकल कॉलेज का लक्ष्य पूरा किया जा रहा है। मोबाइल फोन और इलेक्ट्रॉनिक कंपोनेंट निर्माण में यूपी का योगदान 55% है। कृषि उत्पादन क्षमता में भी तीन गुना वृद्धि की संभावना है।
योगी आदित्यनाथ ने कहा कि अब यूपी ने आधारशिला तैयार कर ली है और अब मजबूत इमारत बनाने का समय है। उनका लक्ष्य 2047 तक यूपी को 6 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाना है। सीएम ने जोर दिया कि विकसित यूपी का संकल्प सभी नागरिकों की दिनचर्या का हिस्सा होना चाहिए।
कार्यक्रम में वरिष्ठ पत्रकार प्रवीन कुमार, रोहित शर्मा, धनुषवीर सिंह, सुधीर मिश्रा, डीजीपी राजीव कृष्ण, प्रमुख सचिव गृह संजय प्रसाद, प्रमुख सचिव नियोजन आलोक कुमार और मीडिया समूह के अन्य लोग उपस्थित थे।
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