
Uttarkashi Rescue Operation: पहाड़ों की गोद में बसे धराली, सुक्की और हर्षिल इन दिनों आपदा के गहरे जख्म झेल रहे हैं। बादल फटने और मलबा आने से बर्बादी का आलम ऐसा है कि चौथे दिन भी रेस्क्यू ऑपरेशन थमा नहीं है। अब तक 650 से ज्यादा लोगों को सुरक्षित निकाला जा चुका है, लेकिन अभी भी 100 से 150 लोग प्रभावित क्षेत्रों में फंसे हुए हैं। धराली के करीब 80 एकड़ क्षेत्र में 20 से 50 फीट ऊंचाई तक मलबा फैला है, जिससे राहत कार्य बेहद चुनौतीपूर्ण हो गया है।
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी खुद मौके पर मौजूद रहकर राहत और बचाव कार्यों की निगरानी कर रहे हैं। शुक्रवार को उन्होंने रेस्क्यू किए गए लोगों से मुलाकात की, उनका हालचाल जाना और हर संभव मदद का आश्वासन दिया।
यह भी पढ़ें: सीएम योगी के लिए दीवानगी की हद! लड़की ने बांह पर बनवाया ये खास टैटू, बताया पीएम
निरीक्षण के दौरान एक ऐसा पल सामने आया जिसने वहां मौजूद हर किसी की आंखें नम कर दीं। गुजरात से आई एक महिला, जिसे हाल ही में आपदा क्षेत्र से सुरक्षित निकाला गया था, सीएम धामी को देखते ही भावुक हो गई। उसने अपने दुपट्टे से एक टुकड़ा फाड़कर राखी की तरह सीएम धामी की कलाई पर बांध दिया। आंखों में आभार और राहत की चमक लिए वह उनके पैर छूने झुकी, लेकिन सीएम ने उन्हें बड़ी बहन की तरह रोक लिया। महिला ने कहा कि उनका जीवन बचाने के लिए वह हमेशा मुख्यमंत्री की आभारी रहेंगी।
सीएम धामी ने आपदा पीड़ितों को आश्वस्त किया कि सरकार उनके पुनर्वास और जरूरतों को प्राथमिकता देगी। उन्होंने राहत टीमों को निर्देश दिए कि किसी भी प्रभावित व्यक्ति तक मदद पहुंचाने में देरी न हो। उत्तरकाशी की यह आपदा एक ओर जहां लोगों के जीवन में दर्द और संकट लेकर आई है, वहीं रक्षाबंधन पर घटित यह घटना इंसानियत, भाईचारे और कर्तव्य की सजीव मिसाल बन गई है।
यह भी पढ़ें: बाराबंकी हादसा: चलती बस पर अचानक गिरा पेड़, बाराबंकी में चीख-पुकार, 4 की मौके पर मौत
उत्तराखंड के तीर्थ-पर्यटन केंद्रों, पहाड़ी इलाकों, मौसम, सरकारी योजनाओं और स्थानीय प्रशासन से जुड़ी ताज़ा खबरें पढ़ें। देहरादून, ऋषिकेश, हरिद्वार और पहाड़ी ज़िलों की रिपोर्ट्स के लिए Uttarakhand News in Hindi सेक्शन फॉलो करें — विश्वसनीय और विस्तृत राज्य कवरेज यहीं।