देश की अपनी ब्लॉगिंग साइट 'Koo App' ने हाल ही में 15 मिलियन यूजर का आंकड़ा क्रॉस किया है। पिछले तीन महीनों में 50 लाख से ज्यादा एक्टिव यूजर को जोड़ा है।
टेक डेस्क . देश की माइक्रो ब्लॉगिंग साइट ऐप 'Koo' ने दावा किया है कि वो जून 2022 के बाद दक्षिण पूर्व ऐसा में अपना नया बाजार बनाने के बाद ज्यादा से ज्यादा यूजर को शामिल करेगा। भारतीय बाजार पर भी उसकी पूरी नजर रहेगी। 'Koo App' में सबसे ज्यादा बढ़ोतरी भारत मे देखने को मिली है। भारत के साथ-साथ वो अपना बाजार अब धीरे धीरे नाइजीरिया में फैला रहा है। Koo ने इसी साल नाइजीरिया बाजार में अपना पहला कदम रखा है। वहाँ ये अच्छी तरह से बढ़ रहा है। अभी हम नाइजेरिया की संस्कृति पहलुओं को समझने की कोशिश कर रहे हैं। और ये लगातार बढ़ रहा है।
तीन महीने में जोड़े इतने यूजर
'Koo App' के फाउंडर राधाकृष्ण ने PTI की एक रिपोर्ट में बताया है कि की Koo को अब तक करीब 1.5 करोड़ लोगों ने डाउनलोड किया है। पिछली तिमाही में ही Koo से करीब 50 लाख नये यूजर जुड़े है। उन्होंने कहा कि हमें उम्मीद से ज्यादा तेजी देखने को मिली है। हम यह भी सुनिश्चित कर रहे हैं कि चाहे वह भाषा हो या संस्कृति Koo पर आप उसका प्रतिनिधित्व कर सकते हैं। अगर आप की रुचि क्रिकेट हो या राजनीति हो या फ़िल्म हो इन सारे छेत्र के लोग आप से Koo पर जुड़े मिलेंगे। Koo का अभी फिलहाल फोकस इंडिया है। और जहां तक अंतराष्ट्रीय विस्तार की बात है तो Koo नाइजीरिया और दूसरे अफ्रीकी देशों में अपनी पहुँच मजबूत करने की कोशिश में लगा हुआ है। 'Koo' की सबसे बड़ी बात ये है कि ये स्थानीय भाषा में सारे जगह उपलब्ध है। किसी भी दूसरे देश मे जाने से पहले वहां की भाषा और बोली को समझना सबसे बड़ी चुनौती है।
ट्विटर को अब देगा और भी कड़ी टक्कर
जिस आधार पर पिछले साल Koo को लॉन्च किया गया था, वह यूजर को खुद को व्यक्त करने और स्थानीय भाषाओं में मंच पर संलग्न होने की अनुमति देना था। Koo वास्तव में हिंदी, तेलुगु, बंगाली सहित कई भाषाओं का समर्थन करता है। ऐप को राधाकृष्ण और मयंक बिदावतका ने लॉन्च किया था। Koo ऊपर बताए गए क्षेत्रों के अलावा अन्य क्षेत्रों को भी टारगेट करेगा। राधाकृष्ण ने कहा कि इंडोनेशिया, मलेशिया और फिलीपींस उन बाजारों में शामिल हैं जिन पर Koo नजर डालेगा। फिलहाल, Koo इन बाजारों का अध्ययन कर रहा है और उसके आधार पर अंतिम फैसला करेगा।
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