फ्रांस के डिजिटल इकोनॉमी डिपार्टमेंट के जूनियर मिनिस्टर जीन नोएल बारोट ने ऐपल को चेतावनी देते हुए कहा कि अगर समय रहते इस समस्या का समाधान नहीं किया गया तो पूरे फ्रांस से आईफोन 12 वापस लेने को कहा जाएगा।
टेक डेस्क : एक तरफ Apple के आईफोन 15 को लेकर चर्चा का बाजार तेज है तो दूसरी तरफ आईफोन 12 पर दुनियाभर में बवाल मच गया है। फ्रांस में ऐपल के iPhone 12 मॉडल को बैन कर दिया है। फ्रांस की रेडिएशन मॉनीटरिंग संस्था ANFR के अनुसार, आईफोन 12 में मानक से ज्यादा रेडिएशन मिला है, जो सेहत के लिए खतरनाक है। इधर, मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, Apple Inc ने अपने स्टॉफ को iPhone 12 के रेडिएशन पर विवाद के जुड़ी कोई जानकारी न देने को कहा है। रिपोर्ट के मुताबिक, अगर कस्टमर्स इस बारे में सवाल करते हैं, तो कर्मचारी उनसे यह कहें कि उनके पास इससे जुड़ी कोई जानकारी नहीं है।
क्या है ऐपल आईफोन 12 पर बवाल
फ्रांस की संस्था ANFR (Agence Nationale des Frequences) के अनुसार, एपल के iphone 12 का SAR (Specific Absorption Rate) यूरोपियन यूनियन (EU) द्वारा तय रेडिएशन एक्स्पोजर लिमिट से ज्यादा है। SAR से ही मानव शरीर के अवशोषित रेडियोफ्रीक्वेंसी एनर्जी को मापा जाता है। फ्रांस के डिजिटल इकोनॉमी डिपार्टमेंट के जूनियर मिनिस्टर जीन नोएल बारोट ने ऐपल को चेतावनी देते हुए कहा कि अगर समय रहते इस समस्या का समाधान नहीं किया गया तो पूरे फ्रांस से आईफोन 12 वापस लेने को कहा जाएगा।
SAR क्या होता है
एसएआर का फुल फॉर्म स्टैंडर्ड अब्जॉर्प्शन रेट जिसे आसान भाषा में समझें तो किसी इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस से निकला वो रेडिएशन जो हमारी-आपकी बॉडी में जाता है। एसएआर वजन के अनुसार प्रति किलोग्राम वॉट में मापा जाता है। मोबाइल रेडिएशन या रेडियो फ्रीक्वेंसी से आपके फोन में इलेक्ट्रोमैग्नेटिक फील्ड्स जेनरेट करता है। हालांकि ये एक्सरे या गामा किरणों की तरह हमारे शरीर के सेल्स को ज्यादा प्रभावित नहीं करता है। लेकिन सेहत के लिए नुकसानदायक हो सकता है।
आईफोन 12 से निकला रेडिएशन कितना खतरनाक
एक्सपर्ट्स के मुताबिक, मोबाइल फोन के इलेक्ट्रोमैग्नेटिक फील्ड से नॉन आयोनाइजिंग रेडिएशन निकलता है। इसकी वजह से शरीर के टीश्यू गर्म हो जाते हैं। इंटरनेशनल कमीशन ऑन नॉन-आयोनाइजिंग रेडिएशन प्रोटक्शन (ICNIRP) के अनुसार, एक लिमिट से ज्यादा रेडिएशन से हीट स्ट्रोक जैसी समस्या का कारण बन सकता है।
आईफोन 12 में कौन सा रेडिएशन मिला
ANFR के अनुसार, जब हाल ही में आईफोन 12 मॉडल के 141 फोन का रैंडम टेस्ट करवाया गया तो इनमें से दो आईफोन का रेडिएशन लेवल यूरोपियन यूनियन (EU) के स्टैंडर्ड से ज्यादा था। दोनों आईफोन में 5.74 वॉट प्रति किलोग्राम रेडिएशन मिला है, जबकि यूरोपियन यूनियन की तरफ से 4 वॉट प्रति किलोग्राम स्टैंडर्ड ही निर्धारित किया गया है।
Apple का क्या कहना है
इधर, ऐपल ने फ्रांस के इस दावे को पूरी तरह खारिज कर दिया है। ऐपल के अनुसार, उसका आईफोन 12 तमाम अंतरराष्ट्रीय संस्थाओं ने मानक के अनुरूप ही है। यह मॉडल ग्लोबल रेडिएशन स्टैंडर्ड को भी फॉलो करता है। कंपनी की तरफ से फ्रांसीसी एजेंसी को तमाम इंडिपेंडेंट लैब के रिजल्ट्स भी सौंपे गए हैं।
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