सार

L&T प्रमुख एस एन सुब्रमण्यन ने हफ्ते में 90 घंटे काम करने की सलाह दी है, जिससे विवाद खड़ा हो गया है। कर्मचारियों को हफ्ते में 6 दिन काम करने के लिए कहा जा रहा है, और सुब्रमण्यन ने घर पर कम समय बिताने की भी बात कही।

नई दिल्ली: भारत में अब हफ्ते में कितने घंटे काम करना चाहिए, इस पर बहस छिड़ गई है। इन्फोसिस के नारायणमूर्ति ने हफ्ते में 70 घंटे काम करने की सलाह देकर बड़ा विवाद खड़ा कर दिया था। इस बयान पर पक्ष-विपक्ष में राय आई थी। इसके बाद अब एल एंड टी प्रमुख एस एन सुब्रमण्यन ने नया बम फोड़ा है। उन्होंने कहा है कि हफ्ते में 70 घंटे काम करना काफी नहीं है, कम से कम 90 घंटे काम करना चाहिए। आप घर पर कितनी देर पत्नी का चेहरा देखते रहते हैं? घर पर कम समय बिताकर ऑफिस में ज्यादा समय बिताते हुए लक्ष्य की ओर बढ़ना चाहिए, सुब्रमण्यन ने कहा। यह बयान काफी विवादों में घिर गया है।

वर्क लाइफ बैलेंस पर जबरदस्त बहस के बीच सुब्रमण्यन का यह बयान काफी अहम हो गया है। एल एंड टी कंपनी में अब कर्मचारियों को हफ्ते में 6 दिन काम करने के लिए कहा गया है। नया नियम लागू किया गया है। वीकेंड में 2 दिन की छुट्टी की जगह सिर्फ एक दिन की छुट्टी दी जा रही है। इस बारे में बात करते हुए सुब्रमण्यन ने 90 घंटे काम करने की जरूरत बताई। लेकिन सुब्रमण्यन की हर बात विवाद का कारण बन रही है।

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मुझे इस बात का दुख है कि मैं आपको रविवार को काम करने के लिए नहीं कह सकता। अगर आप रविवार को काम करेंगे तो मुझे बहुत खुशी होगी। क्योंकि मैं खुद भी रविवार को काम करता हूँ, सुब्रमण्यन ने कहा। हफ्ते में 90 घंटे काम करने की सलाह देने वाले सुब्रमण्यन ने कर्मचारियों के घर पर ज्यादा समय बिताने पर भी सवाल उठाया। कर्मचारी कितनी देर पत्नी का चेहरा देखते हैं? घर पर समय बिताने के बजाय ऑफिस में समय लगाओ, सुब्रमण्यन ने कहा।

एल एंड टी कंपनी में शनिवार को भी कर्मचारियों से काम क्यों करवाया जाता है, इस सवाल का जवाब देते हुए सुब्रमण्यन ने कहा, मैं रविवार को भी कर्मचारियों से काम करवाने को तैयार हूँ। लेकिन कानून इसकी इजाजत नहीं देता। 90 घंटे काम करने के बारे में सुब्रमण्यन ने कुछ उदाहरण दिए। चीन और अमेरिका के बीच हर क्षेत्र में प्रतिस्पर्धा है। चीन आर्थिक, सामाजिक, तकनीकी समेत हर क्षेत्र में किस तरह आगे बढ़ा है, यह पता है। क्योंकि चीन में कर्मचारी 90 घंटे काम करते हैं। लेकिन अमेरिका में हफ्ते में सिर्फ 50 घंटे ही काम करते हैं। अगर आपको दुनिया का नंबर 1 बनना है तो कम से कम 90 घंटे काम करना ही होगा, सुब्रमण्यन ने कहा।

 

 

सोशल मीडिया पर इस 90 घंटे काम करने को लेकर खूब चर्चा हो रही है। अब लोग कह रहे हैं कि सुब्रमण्यन नारायणमूर्ति से भी बुरे हैं। संस्थापक, सीईओ, मैनेजर के लिए ऊपर बैठकर आदेश देना आसान है, काम करने वाले सामान्य कर्मचारी, उस पर काम का दबाव, उसकी सैलरी, सब कुछ मायने रखता है। इसमें थोड़े समय में परिवार का खर्च चलाना, परिवार के लिए समय निकालना मुश्किल हो जाता है। 70 घंटे, 90 घंटे काम के लिए रोबोट रख लो, इंसानों को क्यों परेशान करते हो, कई लोगों ने सवाल उठाया है।