Ganesh Chaturthi 2022: 350 मिमी की बोतल के अंदर विराजे गणपति बप्पा, गजब आर्ट है ये

ओडिशा के भुवनेश्वर स्थित मिनिएचर आर्टिस्ट एल ईश्वर राव ने गणेश चतुर्थी के लिए एक छोटी-सी बोतल के अंदर भगवान गणेश की एक ईकोफ्रेंडली मूर्ति तैयार की। उन्होंने अपनी क्रियेटिविटी के जरिये लोगों को गणेश चतुर्थी की शुभकामनाएं देने का यह अनूठा तरीका चुना है।

Amitabh Budholiya | Published : Aug 31, 2022 1:41 AM IST / Updated: Aug 31 2022, 07:12 AM IST

भुवनेश्वर. 31 अगस्त को गणेश चतुर्थी(Ganesh Chaturthi 2022) मनाई जा रही है। यानी आज से गणेश उत्सव की शुरुआत हुई। इस उत्सव को यादगार बनाने ओडिशा के भुवनेश्वर स्थित मिनिएचर आर्टिस्ट(miniature artist) एल ईश्वर राव(L Eswar Rao) ने गणेश चतुर्थी के लिए एक छोटी-सी बोतल के अंदर भगवान गणेश की एक ईकोफ्रेंडली मूर्ति तैयार की। बता दें कि मिनीएचर (Miniature) का मतलब लघु है, जो लैटिन शब्द 'मिनियम' से जन्मा है। भारतीय उप-महाद्वीप में लघु चित्रकारी की एक लम्बी परम्परा रही है। इसका विकास कई शैलियों में हुआ है। जानिए राव की कलाकारी के बारे में...

350 मिमी की बोतल में बनाए गणेश
एल ईश्वर राव खुर्दा जिले के जाटनी गांव के रहने वाले हैं। उन्होंने अपनी क्रियेटिविटी के जरिये लोगों को गणेश चतुर्थी की शुभकामनाएं देने का यह अनूठा तरीका चुना है। राव ने मीडिया को बताया कि इस बार उन्होंने 350 मिलीलीटर की बोतल का प्रयोग करके ये पर्यावरण के अनुकूल यानी ईकोफ्रेंडली गणेश(eco-friendly Ganesha) की मूर्ति बनाई है। मिट्टी की इस कलाकृति को बनाने में राव को 7 दिन लगे। वे कहते हैं कि बोतल के अंदर मूर्ति बनाने की कला  बेहद चुनौतीपूर्ण है। 

इस साल गणेश चतुर्थी 31 अगस्त से शुरू हुई है। यह देशभर के कई राज्यों में बहुत धूमधाम और जोश के साथ मनाई जाती है। 2022 में 2 साल के COVID-पाबंदियों के बाद उत्सव की जबर्दस्त वापसी दिखाई दे रही है। गणेश चतुर्थी को गणेशोत्सव के रूप में भी जाना जाता है। यह शुभ आयोजन 10 दिवसीय होता है। यह अनंत चतुर्दशी पर समाप्त होता है। ज्ञान और सौभाग्य के देवता भगवान गणेश के भक्त भाद्रपद माह के शुक्ल पक्ष के दौरान उनका जन्म मनाते हैं। लोग भगवान गणेश की मूर्तियों को अपने घरों में लाते हैं, उपवास रखते हैं। मुंह में पानी लाने वाले यानी मजेदार-स्वादिष्ट व्यंजन तैयार करते हैं। गणेशजी से प्रार्थना करते हैं और इस त्योहार के दौरान अनुष्ठान करते हैं। 

यह भी जानें
हिंदू धर्म ग्रंथों में कहा गया है कि भाद्रपद मास के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि को भगवान श्रीगणेश का जन्म हुआ था। इसलिए इस तिथि पर गणेश चतुर्थी (Ganesh Chaturthi 2022) का पर्व मनाया जाता है। इस बार ये पर्व 31 अगस्त, बुधवार को मनाया जाएगा। इस दिन भगवान श्रीगणेश की विशेष पूजा की जाती है। गणेश चतुर्थी को सिद्धिविनायक और वरद चतुर्थी के नाम से भी जाना जाता है। इस दिन स्नान, उपवास और दान करने से हर कामना पूरी हो सकती है। 

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