World Suicide Prevention Day 2022: कुछ लोग विभिन्न कारणों से तनाव से गुजर रहे हैं, वे सब कुछ खत्म कर इस परेशानी से मुक्ति चाहते हैं। कोई व्यक्ति किसी मुश्किल में फंस गया है और उसे उससे बाहर निकलने का रास्ता नहीं सूझ रहा, तब वह आत्महत्या का रास्ता चुनता है।
टेंडिंग डेस्क। World Suicide Prevention Day 2022: यह बड़ा सवाल है और अब तक अनसुलझा भी कि लोग आखिर अपनी ही जान क्यों ले लेते हैं। ऐसी कौन सी वजह होती है, जो लोगों को अपनी मौत चुनने पर मजबूर कर देती है। क्यों लोगों के मन में ये ख्याल आता है कि अब अपना जीवन समाप्त कर लेना चाहिए। चूंकि सुसाइड के बहुत से मामले ऐसे सामने आए कि बंदा या बंदी डिप्रेशन यानी अवसाद था, मगर डॉक्टर इसे सटीक वजह नहीं मानते।
विशेषज्ञों की मानें तो सुसाइड एक बेहद गंभीर समस्या के तौर पर उभरा है और अवसाद के अलावा आत्महत्या करने की कई और वजहें भी हो सकती हैं। यानी सिर्फ अवसाद को आत्महत्या के लिए ठहरा देना उचित नहीं है। मनोचिकित्सकों की मानें तो कुछ लोग जो विभिन्न कारणों से तनाव से गुजर रहे हैं, वे सब कुछ खत्म कर इस परेशानी से मुक्ति चाहते हैं। बीमारियों से जूझ रहे लोग खुद को खत्म करके शारिरिक और आर्थिक कष्ट से मुक्ति चाहते है। कलह-क्लेश से परेशान लोग रोज की झिकझिक से मुक्त होना चाहते हैं। नशा करने वाले लोगों की अलग समस्याएं हैं और कई बार लोग नशे में ही आत्महत्या कर लेते हैं।
पर्सनॉलिटी डिसऑर्डर से जुड़ी बात को दिमाग में बिठा लेते हैं
खैर, विशेषज्ञों का कहना है कि सुसाइड करना किसी तरह की दिमागी बीमारी नहीं है और न ही इसके कोई सटीक लक्षण सामने आए हैं। कुछ लोग ये जरूर है कि डिप्रेशन यानी अवसाद की वजह से मौत का रास्ता चुनते हैं, मगर बहुत से लोग ऐसे भी होते हैं, जो बाईपोलर डिसऑर्डर क वजह से आत्महत्या कर लेते हैं। ऐसे लोग उस चीज को दिमाग में बिठा लेते हैं, जो पर्सनॉलिटी डिसऑर्डर से जुड़ी होती है और ये दिमाग पर बहुत गहरा असर की हुई होती है। विशेषज्ञों के मुताबिक, जब कोई व्यक्ति किसी मुश्किल में फंस गया है और उसे उससे बाहर निकलने का रास्ता नहीं सूझ रहा, तब वह आत्महत्या का रास्ता चुनता है और मौत को गले लगा लेता है।
डिप्रेशन के अलावा भी कई और वजहें
इसके अलावा, एक्सपर्ट मानते हैं कि यदि किसी को गंभीर बीमारी है और इलाज संभव नहीं है, मगर आर्थिक रूप से परिवार को बहुत दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा और बंदा खुद भी शारिरिक कष्ट झेल रहा है, तो वह मौत को गले लगाता है। कुछ लोगों के साथ यौन शोषण हुआ और वे इस अपमान से बाहर नहीं निकल पा रहे। दिमाग में यह बात उनके गहरे तक बैठी है, तब मन में आत्महत्या का विचार आता है। जो लोग नशा अधिक करते हैं, उनमें भी आत्महत्या का विचार आता है। कुछ लोग ऐसे हैं, जो किसी वजह से दुखी हैं तो मौत का रास्ता चुनते हैं, जबकि कुछ लोग ये मानते हैं कि उनके साथ समाज में बुरा बर्ताव किया जाता है और वे खुद को अलग-थलग मानने लगते हैं, तो वे आत्महत्या का रास्ता चुनते हैं।
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