समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव के बाद शिवपाल यादव मुलायम सिंह के भी खिलाफ दिखाई पड़ रहे हैं। पहली बार उन्होंने मुलायम के खिलाफ बयान दिया है। शिवपाल ने आजम खान से मुलाकात के बाद कहा कि नेताजी ने आजम भाई के लिए लोकसभा में भी आवाज नहीं उठाई।
सीतापुर: शिवपाल यादव ने अखिलेश यादव को आड़े हाथों लेने के बाद मुलायम सिंह यादव के खिलाफ भी मोर्चा खोलना शुरू कर दिया है। शुक्रवार को उन्होंने सीतापुर जेल पहुंचकर आजम खान से मुलाकात की। इसके बाद बाहर निकलकर वह मीडिया से मुखातिब हुए। आजम खान और शिवपाल यादव की मुलाकात तकरीबन 45 मिनट तक चली।
लोकसभा में उठाई जानी चाहिए थी आवाज
शिवपाल यादव ने कहा कि आजम खान के जेल जाने के बाद समाजवादी पार्टी की ओर से कोई भी प्रदर्शन नहीं किया गया। यहां तक लोकसभा में भी इसको लेकर कोई आवाज नेताजी (मुलायम सिंह यादव) के नेतृत्व में नहीं उठाई गई। जबकि आजम खान खुद वहां के सदस्य थे। आजम खान के जेल जाने के बाद पार्टी को आवाज उठानी चाहिए थी, संघर्ष करना चाहिए था। आंदोलन और संघर्ष ही तो समाजवादी पार्टी की पहचान थी।
आजम खान के सपा छोड़ने को लेकर नहीं बातचीत
आजम खान के समाजवादी पार्टी छोड़ने को लेकर शिवपाल यादव ने कहा कि पहले उन्हें बाहर निकालना है। फिलहाल अभी इसको लेकर कोई बातचीत नहीं हुई है। हालांकि जब शिवपाल यादव से ये पूछा गया कि आजम खान जेल से निकलने के बाद आपके साथ जाएंगे या अखिलेश यादव के तो उनका साफतौर पर कहना था कि इसका पता समय आने पर सभी को चल जाएगा। यहां शिवपाल ने अपने बयान से ये जरूर साफ कर दिया कि उनके और अखिलेश के रास्ते पूरी तरह से अलग हो चुके हैं।
मुलायम पर हुए हमलावर
अखिलेश यादव के साथ ही पहली बार शिवपाल यादव ने मुलायम सिंह यादव पर भी हमला बोला। उन्होंने कहा कि नेताजी और अखिलेश चाहते तो आजम खान जेल के बाहर होते। नेताजी ने भी कुछ नहीं किया लोकसभा में भी मामला नहीं उठाया। वह चाहते तो धरना कर सकते थे। यह धरना औऱ आंदोलन ही सपा की पहचान थी। लेकिन कुछ भी नहीं हुआ।