उत्तर प्रदेश के चर्चित हाथरस कांड पर सियासत तेज हो गई है। सूबे के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव पीड़िता के परिवार से मिलने की तैयारी में हैं। विदेश से लौटते ही अखिलेश यादव दिल्ली से सीधा हाथरस जाएंगे।
लखनऊ. उत्तर प्रदेश के चर्चित हाथरस कांड पर सियासत तेज हो गई है। सूबे के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव पीड़िता के परिवार से मिलने की तैयारी में हैं। विदेश से लौटते ही अखिलेश यादव दिल्ली से सीधा हाथरस जाएंगे। वो 4 अक्टूबर को हाथरस पहुंचने वाले हैं। इस मामले में अखिलेश ने कहा था कि कि हाथरस के डीएम, एसपी के खिलाफ एफआईआर दर्ज होनी चाहिए। वहीं हाथरस जाने की कोशिश कर रहे कांग्रेस नेताओं को रोकने के बाद हाईवोल्टेज ड्रामा हुआ था।
बता दें कि हाथरस गैंगरेप मामले में योगी सरकार ने हाथरस के पुलिस अधीक्षक, एक डीएसपी और संबंधित थाना प्रभारी को सस्पेंड कर दिया गया है। इस मामले में आरोपियों के साथ-साथ पीड़ित पक्ष का भी पॉलीग्राफ और नारको टेस्ट कराया जाएगा।
राहुल-प्रियंका को यूपी पुलिस ने रोका था
इससे पहले कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी और प्रियंका गांधी भी गुरुवार को हाथरस जाना चाहते थे। लेकिन पुलिस ने उन्हें ग्रेटर नोएडा से आगे नहीं जाने दिया था। दिल्ली से हाथरस के लिए रवाना हुए कांग्रेस नेता राहुल गांधी और प्रियंका गांधी वाड्रा को यूपी पुलिस ने हिरासत में ले लिया था। ग्रेटर नोएडा के पास यूपी पुलिस और कांग्रेस के कार्यकर्ताओं के बीच हाथापाई भी हुई थी। हिरासत में लेने के बाद राहुल और प्रियंका गांधी को एक्सप्रेस-वे पर F-1 गेस्ट हाउस में ले जाया गया था। हालांकि, कुछ देर बाद पुलिस ने उन्हें छोड़ दिया था।
घंटों हुआ था बवाल
इसके बाद राहुल गांधी ने कहा था कि UP प्रशासन सच छुपाने के लिए दरिंदगी पर उतर चुका है। ना तो हमें, ना मीडिया को पीड़िता के परिवार को मिलने दिया और ना उन्हें बाहर आने दे रहे हैं। ऊपर से परिवारजनों के साथ मार-पीट और बर्बरता। कोई भी भारतीय ऐसे बरताव का समर्थन नहीं कर सकता। वहीं प्रियंका गांधी ने पुलिस पर कांग्रेस कार्यकर्ताओं पर बर्बरता से लाठीचार्ज का आरोप लगाया था।