अलीगढ़ में एक महिला ने अपनी चार साल की मासूम बेटी के सामने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। मासूम मां से मिन्नते करती रही की फांसी मत लगाओ मेरा और भाई का क्या होगा? लेकिन मां नहीं मानी।
अलीगढ़: पति की करतूतों से तंग आकर महिला ने गाटर के कुंडे से फांसी लगाकर अपनी जान दे दी। मामले की सूचना मिलने पर पहुंची अलीगढ़ पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा।
शादी के बाद से बनाया जा रहा था दहेज का दबाव
कस्बा बरला की रहने वाली युवत की शादी तकरीबन 6 साल पहले कस्बा सादाबाद निवासी अनिल कुमार के साथ हुई थी। आरोप है कि शादी के दो साल बाद से ही ससुरालीजन लगातार उससे दहेज की मांग कर रहे थे। इस बीच उसे मानसिक और शारीरिक रूप से प्रताड़ित भी किया जा रहा था। पीड़ित पिता कालीचरन ने बताया कि कई बार गांव में इसको लेकर पंचायत भी हुई। हालांकि आरोपी ससुरालवाले अपनी हरकतों से बाज नहीं आए।
शराब के लिए पत्नी के जेवरात भी दिए थे बेच, कई बार हुई थी पंचायत
इसी बीच अनिल कुमार को शराब की लत भी लग गई थी और उसने घर में रखे जेवरात को भी बेच दिया था। आए दिन वह अपनी पत्नी के साथ मारपीट भी करता था। बीते छह माह से वह अपने मायके में ही रह रही थी। वह लगातार परेशान थी और परिजन उसे समझाने का प्रयास भी कर रहे थे। इस बीच गुरुवार की दोपहर को उसने कमरा बंद कर गाटर के कुंदे से फांसी लगा ली। जिस दौरान महिला फांसी लगा रही थी उस समय उसकी 4 साल की बेटी लाडो और 2 साल का बेटा अभय भी उसके साथ में था। फांसी लगाते समय बेटी लाडो ने कई बार मां से कहा कि फांसी मत लगाओ, जान मत दो। मासूम ने यह भी सवाल किया कि उसका और भाई का क्या होगा? हालांकि इन सब के बावजूद पीड़िता फांसी पर लटक गई। घटना के कुछ देर बाद बच्ची ने ही दरवाजा खोलकर घरवालों को इस बात की जानकारी दी।
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