लखनऊ में कांग्रेस कार्यालय से ईडी दफ्तर तक पार्टी के नेता सोमवार को प्रदर्शन करने वाले थे। लेकिन पुलिस ने घर से निकलते ही नसीमुद्दीन सिद्दीकी और आराधना मिश्र मोना को हाउस अरेस्ट कर लिया। इसके साथ ही प्रदर्शन न करने का नोटिस थमाया।
लखनऊ: उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में कांग्रेस द्वारा प्रदर्शन से पहले ही पुलिस ने कांग्रेस की विधानमंडल दल की नेता आराधान मिश्र मोना और वरिष्ठ पूर्व मंत्री नसीमुद्दीन सिद्दीकी को सुबह सात बजे से ही हाउस अरेस्ट कर लिया है। शहर में कांग्रेस कार्यालय से लेकर ईडी दफ्तर तक मार्च को लेकर पुलिस ने इजाजत नहीं दी है। प्रदर्शन को लेकर पुलिस ने नोटिस दिया है कि लखनऊ में धारा 144 लागू है इसलिए प्रदर्शन नहीं किया जा सकता है। लखनऊ में कांग्रेस दफ्तर और ईडी दफ्तर के बाहर सुरक्षा व्यवस्था चौकस है।
शहर में ईडी कार्यालय पर पदयात्रा करेगी
सोमवार को कांग्रेस अपने नेता राहुल गांधी को ईडी सम्मन दिए जाने के विरोध में सत्याग्रह कर रही है और पूरे देश में ईडी कार्यालय तक पदयात्रा करेगी। इसी क्रम में लखनऊ में कांग्रेस के नेता भी ईडी दफ्तर जाकर प्रदर्शन करने वाले थे। इसको लेकर पूरी तैयारियां भी कर ली गई थी। शहर में प्रदर्शन को लेकर निकलते नेताओं को नजरबंद कर लिया गया है। वहीं मॉल एवेन्यू पर पुलिस ने घेराबंदी कर सीधे ईडी कार्यालय पहुंच रहे कांग्रेस पूर्व अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू समेत लगभग 500 कांग्रेसी गिरफ्तार किया गया है। गिरफ्तार कांग्रसियों को इको गार्डन ले जाया गया।
भाजपा सरकार लोकतंत्र की कर रही हत्या
दरअसल, नेशनल हेराल्ड केस को लेकर ईडी के सामने राहुल गांधी की पेशी को लेकर आज जबरदस्त सियासी हलचल है। उत्तर प्रदेश कांग्रेस के प्रवक्ता अंशू अवस्थी ने आरोप लगाते हुए कहा कि भाजपा सरकार लोकतंत्र की हत्या कर रही है। उन्होंने कहा कि जनता की आवाज दबाने की कोशिश में राहुल गांधी समेत अन्य विपक्षी नेताओं को परेशान करने की कोशिश की जा रही है। कांग्रेस ने देश भर में ईडी के 25 दफ्तरों पर विरोध प्रदर्शन का ऐलान किया है। राहुल गांधी पर ईडी ने मनी लॉन्ड्रिग का केस दर्ज किया है और उनकी पेशी को कांग्रेस बदले की सियासत बता रही है। पार्टी की दलील है कि अब तक ईडी को सबूत नहीं मिले लेकिन तब भी सियासी बदले की भावना से गांधी परिवार को निशाना बनाया जा रहा है।
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