यूपी के जिला गाजियाबाद में हिंदू युवा वाहिनी के कार्यालय के बाहर घूम रहे तीन संदिग्ध युवकों को पुलिस ने हिरासत में लिया लेकिन पूछताछ के बाद तीनों को छोड़ दिया। उन्होंने पुलिस को बताया कि वह पश्चिम बंगाल से आई एक जमात के सदस्य हैं।
गाजियाबाद: उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद में हिंदू युवा वाहिनी जिलाध्यक्ष के कार्यालय के बाहर घूम रहे तीन संदिग्ध मुस्लिम युवकों को पुलिस ने पकड़ लिया है। जिसके बाद जिलाध्यक्ष का कहना था कि यह तीनों बांग्लादेशी हैं और उन पर हमला करने के इरादे से आए थे। जब उनका कार्यकर्ताओं ने पीछा किया तो वह एक मस्जिद में घुस गए फिर वहां से पुलिस ने हिरासत में ले लिया है। पुलिस ने जब पूछताछ की तो पता चला कि तीनों युवक पश्चिम बंगाल से आई एक जमात के सदस्य हैं। अभी तक उनकी कोई संदिग्ध गतिविधि पुलिस को नहीं मिली है। इस वजह से तीनों को छोड़ दिया गया है।
युवकों ने कार्यकर्ताओं से पूछे कई सवाल
हिंदू युवा वाहिनी जिलाध्यक्ष आयुष काकड़ा के अनुसार सोमवार की देर रात करीब आठ बजे के कार्यक्रमों से आकर कस्बा मुरादनगर स्थ्ति कार्यालय पर बैठे थे। उसके दो मिनट बाद ही तीनों संदिग्ध व्यक्ति कार्यालय के बाहर घूमने लगे। इतना ही नहीं उन्होंने अंदर घुसने का प्रयास भी किया लेकिन दो कार्यकर्ता बाहर निकले और उनके बाहर घूमने का कारण पूछा। तो युवकों ने कार्यालय का शटर जल्दी बंद होने के साथ-साथ जावेद के कारखाने के बारे में पूछा। उन्होंने आगे बताया कि जिस पर कार्यकर्ताओं ने नहीं पता होने की बात बोलकर मना कर दिया।
कुल 7 लोग अलग-अलग मस्जिदों में है रुके
आयुष काकड़ा का कहना यह भी है कि कार्यकर्ताओं के पीछा करने पर वे तीनों संदिग्ध लोग पास की एक मस्जिद में घुस गए। इसके बाद कार्यकर्ताओं ने पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने मस्जिद से आकर उन्हें कस्टडी में ले लिया। इससे साफ जाहिर है कि आयुष का सीधे तौर पर कहना है कि तीनों संदिग्ध लोग उन पर हमला करने के उद्देश्य से यहां पर आए थे क्योंकि उनको पहले भी धमकी मिल चुकी है। इस पूरे प्रकरण को लेकर मुरादनगर थाना प्रभारी सतीश कुमार का कहना है कि तीनों युवकों को पुलिस ने एलआईयू और इंटेलिजेंस ब्यूरों की टीमों ने लंबी पूछताछ की है। जिसमें पता चला है कि पश्चिम बंगाल से जमात में आए हुए है। उन्होंने आगे बताया कि कुल सात लोग है, जो अलग-अलग मस्जिदों में रुके हुए हैं।
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