सार
यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंगलवार को शीतकालीन सत्र के दूसरे दिन अनुपूरक बजट पर चर्चा के दौरान विपक्ष के नेताओं के सवालों के जवाब दिए। उन्होंने बताया कि राज्य में निवेश का सर्वश्रेष्ठ गंतव्य बनाने के लिए पहल हो रही है।
लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विधानमंडल के शीतकालीन सत्र के दूसरे दिन अनुपूरक बजट पर चर्चा के दौरान विपक्ष के नेताओं के सवालों का जवाब दिया। इस दौरान उन्होंने कहा कि यूपी में आज निवेश का सर्वश्रेष्ठ गंतव्य बनाने की ओर अग्रसर हो रहा है। आगे कहते है कि ऐसे में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विजन के अनुरूप राज्य को विकसित करने के लिए बजट की जरूरत थी। पीएम मोदी ने देश की अर्थव्यवस्था को पांच ट्रिलियन डॉलर की बनाने का लक्ष्य रखा है। जिसमें यूपी अपना बड़ा योगदान दे सकता है, आज राज्य तेजी से आगे बढ़ रहा है।
विधानसभा में सत्ता पक्ष व विपक्ष ने जमकर लगाए आरोप
सीएम योगी आदित्यनाथ आगे कहते है कि प्रदेश डाटा सेंटर का नया हब बन रहा है। विकास को रफ्तार देने के लिए अनुपूरक बजट लाने का फैसला लिया गया है। इस दौरान उन्होंने प्रदेश के विकास के लिए किए गए कार्यों का भी जिक्र किया। इसके पहले मंगलवार को सदन की कार्यवाही शुरू होने के कुछ ही देर में हंगामा होने लगा। कुछ देर तक स्थगन के बाद ही दोबारा कार्यवाही शुरू हुई और तभी अनुपूरक बजट पर चर्चा हुई। इस वक्त सत्ता पक्ष व विपक्ष ने एक-दूसरे पर जमकर आरोप लगाए।
सरकार सिर्फ करती रहती है हर तरह की घोषणाएं
राज्य सरकार को घेंरने को लेकर विपक्ष के एक विधायक का कहना है कि सरकार सिर्फ घोषणाएं करती है। इसी तरह से अनुपूरक बजट में भी यही किया गया है जबकि सच यह है कि पिछला बजट अभी तक खर्च ही नहीं हो सका है। उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि सिर्फ घोषणाएं करने से प्रदेश का विकास नहीं हो सकता है। दूसरी ओर कांग्रेस नेता आराधना मिश्रा मोना का कहना है कि सरकार इंवेस्टर्स समिट को लेकर बड़े-बड़े दावे करती है पर जमीन पर कुछ नजर नहीं आता है। इस वजह से सरकार को श्वेत पत्र जाना चाहिए।
फेसबुक लाइव करने पर विधानसभा अध्यक्ष ने जताई नाराजगी
कांग्रेस नेता का कहना है कि अनुपूरक बजट सिर्फ घोषणा पर हैं। उन्होंने आगे कहा कि इसकी कोई आवश्कता नहीं थी। इनके अलावा विधायक अतुल प्रधान द्वारा नियमों के विपरीत सदन की कार्यवाही का फेसबुक लाइव करने पर विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना ने नाराजगी जताई। उसके बाद उनको दोपहर एक बजे तक के लिए सदन से बाहर कर दिया। महाना ने पहले उन्हें पूरे शीतकालीन सत्र के लिए बाहर निकाला था मगर समाजवादी पार्टी के मुख्य सचेतक मनोज पांडेय और लालजी वर्मा के आग्रह पर अतुल प्रधान को दोपहर 1 बजे तक ही सदन से बाहर निकाला था।
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