यूपी के वाराणसी में ज्ञानवापी विवाद में सुनवाई करने वाले जज रवि कुमार दिवाकर का तबादला कर दिया गया है। जज रवि कुमार दिवाकर को वाराणसी से बरेली ट्रांसफर किया गया है।
वाराणसी : बाबा भोले की नगरी काशी में ज्ञानवापी का मामला का पिछले कई समय से चर्चा का विषय बना हुआ है। वहीं से जुड़ी एक और खबर आ रही है। ज्ञानवापी विवाद में सुनवाई करने वाले जज रवि कुमार दिवाकर का तबादला कर दिया गया है। सीनियर डिवीजन के सिविल जज रवि कुमार दिवाकर को वाराणसी से बरेली ट्रांसफर किया गया है।
रवि कुमार कर रहे थे ज्ञानवापी केस की सुनवाई
रवि कुमार दिवाकर ज्ञानवापी विवाद की सुनवाई कर रहे थे। वहीं अब इस केस से जुड़ी सुनवाई सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर सुनवाई अब जिला जज को ट्रांसफर हो चुकी है। रवि कुमार दिवाकर ने पहले विवादित परिसर का कमीशन से सर्वे कराए जाने का आदेश दिया था। सर्वे के अंतिम दिन शिवलिंग मिलने के दावे पर ज्ञानवापी मस्जिद के वजूखाने को सील किए जाने का भी आदेश भी रवि कुमार ने ही दिया था। ट्रांसफर किए गए सभी जजों को 4 जुलाई की दोपहर तक अपना कार्यभार ग्रहण करना होगा। इलाहाबाद हाईकोर्ट के रजिस्ट्रार जनरल आशीष गर्ग ने तबादले की लिस्ट जारी की है।
जज रवि कुमार को मिल चुकी है धमकी
बता दें कि इससे पहले दीवानी जज रवि कुमार को एक धमकी भरा पत्र भी मिला था। जज दिवाकर ने इस संबंध में अपर मुख्य सचिव (गृह), पुलिस महानिदेशक और पुलिस आयुक्त वाराणसी को पत्र लिखकर धमकी मिलने की जानकारी दी थी। अधिकारियों को भेजे गये पत्र में दिवाकर ने लिखा कि उन्हें यह पत्र 'इस्लामिक आगाज़ मूवमेंट' की ओर से काशिफ अहमद सिद्दीकी ने भेजा है।' चिट्ठी में आगे लिखा है "आप न्यायिक कार्य कर रहे हैं, आपको सरकारी मशीनरी का संरक्षण प्राप्त है। फिर आपकी पत्नी और माताश्री को डर कैसा है? आजकल न्यायिक अधिकारी हवा का रुख देख कर चालबाजी दिखा रहे हैं। आपने वक्तव्य दिया था कि ज्ञानवापी मस्जिद परिसर का निरीक्षण एक सामान्य प्रक्रिया है।"
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