
रजत भट्ट
गोरखपुर: दो दिवसीय दौरे पर आए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा और उत्तर प्रदेश प्रभारी स्वतंत्र देव सिंह ने अधिकारियों के साथ बैठक कर की। अधिकारियों को सचेत किया। कि अधिकारी समय से अपने दफ्तर पर पहुंचे और आमजन की समस्याओं को सुने और निस्तारण करें। ऐसा ना करने पर अधिकारियों को संज्ञान में लिया जाएगा। वही उचित कार्रवाई की जाएगी। प्रभारी मंत्री शुक्रवार को दोपहर बाद एनेक्सी भवन सभागार में जिले के विकास कार्यों एवं कानून व्यवस्था की समीक्षा कर रहे थे। प्रभारी मंत्री ने कहा कि शासन की योजनाओं का प्रचार-प्रसार कराया जाए। जिससे लोग उनके बारे में जान सकें और उसका लाभ ले सकें। अधिकारियों को इन चीजों पर ध्यान देना होगा। वहीं उन्होंने अधिकारियों से कहा कि मुख्यमंत्री आवास योजना के तहत जो पात्र हैं। सिर्फ उन्हीं को आवास दिया जाए। जो अपात्र मिलते हैं। उनका नाम काटकर बाहर किया जाए।
'आयुष्मान भारत योजना के तहत गोल्डन कार्ड बनाने के काम में तेजी लाएं'
वही मंत्री जब स्वास्थ्य विभाग की समीक्षा कर रहे थे। तो उन्होंने कहा कि आयुष्मान भारत योजना के तहत गोल्ड कार्ड बनाने में तेजी लाए जिससे कोई भी चिकित्सा सुविधा से वंचित ना रहे। डॉक्टर पूरे समय स्वास्थ्य केंद्रों पर मौजूद रहे और साथ ही साथ डॉक्टर और अधिकारी इस बात की भी ध्यान दें। किसी भी मरीज के साथ डॉक्टर या कर्मचारी बदसलूकी ना करें। वही मंत्री ने वरासत के मामलों को शिविर लगाकर निपटाए जाने की बात कही। साथ ही साथ आए नए वायरस के चपेट में लोग ना आए इसको लेकर भी जिला अस्पतालों को सचेत रहने को कहा।
मंत्री ने कहा- जून माह से पहले सभी कार्य पूर्ण कर लिया जाए
मंत्री स्वतंत्र देव सिंह ने अधिकारियों के साथ समीक्षा करते हुए कहा कि जलजमाव की समस्या से बचाने के लिए शहर मे जून माह से पूर्व सारे कार्य कर लिया जाए जिससे बरसात आने के बाद लोगों को जलभराव की समस्या से परेशान ना होना पड़े। जलजमाव की समस्या को देखते हुए प्रशासन पहले ही नालों पर बने अतिक्रमण को हटा रही है। बरसात आने से पहले सफाई कर जलभराव की समस्या से शहर को निजात दिलाना चाहती है। समीक्षा के दौरान गोरखपुर के नए डीएम कृष्णा करुणेश ने भी कहा कि मंत्री के सारे निर्देशों का अनुपालन किया जाएगा।
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