
लखनऊ: कांग्रेस के समर्थन का ऐलान करने वाले मौलान तौकीर रजा की बहू निदा खान यूपी चुनाव से पहले बीजेपी में शामिल हो गई। वह तौकीर रजा पर कई आरोप लगाने के बाद चर्चाओं में आई थीं। उनके साथ ही समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता और पूर्व मंत्री शिवचरण प्रजापति भी अपने समर्थकों के साथ बीजेपी में शामिल हुए।
ज्वाइनिंग कमेटी के अध्यक्ष लक्ष्मीकांत बाजपेई ने सभी नेताओं को पार्टी कार्यालय पर भाजपा की सदस्यता दिलवाई। आपको बता दें कि ट्रिपल तलाक को लेकर कानून बनने के बाद निदा खान ने पीएम मोदी के प्रति आभार प्रकट किया था। इसी के साथ लगातार उनका लगाव बीजेपी के साथ देखा जा रहा था। चुनाव से ठीक पहले उन्होंने आखिरकार भाजपा की सदस्यता ग्रहण कर ली।
यह लोग भी हुए भाजपा में शामिल
गंगा राम अम्बेडकर बसपा,राजीव कुमार गुप्ता फर्रुखाबाद सपा, जितेंद्र गुप्ता सपा कन्नौज, राजेश पाल सपा झांसी, सुभाष कुमार सक्सेना कांग्रेस, प्रदीप निषाद बसपा गोरखपुर, गिरीश चंद्र कुशवाहा, शांति देवी देवरिया कांग्रे, सुशील बौद्ध सहारनपुर, विवेक कुमार बांवरा सहारनपुर, गोवर्धन सोनकर ललितपुर, ठाकुर ओमवीर चौहान, रणवीर सिंह प्रसपा, अयोध्या प्रसाद मिश्र मुजफ्फरनगर, अनिल कुमार रघुवंशी भदोही, पूनम कानपुर, चंदन दीक्षित कानपुर नगर, नीरज झा, अनिल तिवारी आदि लोग भाजपा में शामिल हुए।
निदा ने ससुर पर उठाए थे सवाल
गौरतलब है कि मुस्लिम धर्मगुरू इत्तेहाद मिल्लत काउंसिल के अध्यक्ष मौलाना तौकीर रजा खान के कांग्रेस के समर्थन के ऐलान के बाद उनकी बहू ने ही उन पर सवाल उठाए थे। तौकीर रजा खान की बहू निदा खान ने सवाल किया था कि जिसने अपने खानदान में ही बहू का सम्मान नहीं किया वह कांग्रेस के लड़की हूं लड़ सकती हूं कैम्पेन का समर्थन करने का दिखावा कर रहे हैं। इस दौरान उन्होंने दो टूक शब्दों में कहा था कि महिलाओं को सम्मान तो मोदी सरकार में ही मिला है।
बीजेपी के तीन तलाक ने दिया लड़ने में साथ
निदा खान ने तीन तलाक को लेकर पूर्व में अपना डर बयां किया था। उन्होंने कहा था कि जब पति घर से बाहर जाता था तो वह डरी रहती थी कि मेरा पति जब घर लौटेगा तो मैं उसके साथ निकाह में रहूंगी या नहीं। लेकिन इस लड़ाई में भाजपा सरकार ने साथ दिया, महिलाओं को सुरक्षा दी। यही नहीं सुसर तौकीर रजा पर हमलावर होते हुए उन्होंने कहा था कि वह महिलाओं के इस्तेमाल को अपना सम्मान समझते हैं। आज भी वह घर में वही कर रहे हैं।
उत्तर प्रदेश में हो रही राजनीतिक हलचल, प्रशासनिक फैसले, धार्मिक स्थल अपडेट्स, अपराध और रोजगार समाचार सबसे पहले पाएं। वाराणसी, लखनऊ, नोएडा से लेकर गांव-कस्बों की हर रिपोर्ट के लिए UP News in Hindi सेक्शन देखें — भरोसेमंद और तेज़ अपडेट्स सिर्फ Asianet News Hindi पर।