सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) बुधवार को गाजीपुर (Ghazipur) जिले के पूर्वी छोर पर स्थित हैदरिया गांव में विजय यात्रा का शुभारंभ करेंगे। यह वही गांव है जहां से पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे शुरू होता है। पूर्वांचल एक्सप्रेस (purvanchal expressway) के दूसरे छोर पर अखिलेश जनसभा को संबोधित कर केंद्र और प्रदेश सरकार पर जवाबी हमला बोलेंगे। सपा प्रमुख की यह विजय यात्रा हैदरिया से शुरू होकर पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे से विभिन्न जगहों पर रुकते हुए जनता से संवाद करेगी और आजमगढ़ तक जाएगी।
सुल्तानपुर/ गाजीपुर। उत्तर प्रदेश सरकार (Uttar Pradesh) की सबसे महत्वाकांक्षी योजना पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे (purvanchal expressway) उद्घाटन से पहले और अब उद्घाटन बाद दो राजनीतिक दलों के बीच चुनावी अखाड़ा बन गया है। एक दिन पहले 16 नवंबर को सुल्तानपुर (Sultanpur) में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Nanrendra Modi) ने इस एक्सप्रेस-वे का उद्घाटन किया और इसे प्रदेश सरकार की उपलब्धि बताकर चुनावी शंखनाद किया तो अब सपा अध्यक्ष अखिलेश (Akhilesh Yadav) ने भी काउंटर फायर करने के लिए कमर कस ली है। वे आज उसी एयर स्ट्रिप पर चुनावी जनसभा करेंगे, जहां 24 घंटे पहले पीएम मोदी और सीएम योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath) ने लाखों की भीड़ के साथ एयरशो में मिराज, सुखोई जैसे फाइटर प्लेन की उड़ान देखी।
दरअसल, उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव बुधवार को गाजीपुर (Ghazipur) के पूर्वी छोर पर पूर्वांचल एक्सप्रेसवे से सटे हैदरिया में उसी एयरस्ट्रिप से जनता को संबोधित करेंगे, जहां एक दिन मोदी ने एक्सप्रेस-वे का उद्घाटन किया था। अखिलेश एक्सप्रेस-वे को अपनी सरकार की उपलब्धि बताएंगे और भाजपा सरकार पर सियासी तीर छोड़ेंगे। अखिलेश रैली में शामिल होने के लिए पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे से ही गाजीपुर जाएंगे। जयसिंहपुर विधानसभा के पूर्व सपा विधायक अरुण वर्मा ने बताया कि अखिलेश समाजवादी विजय रथ यात्रा लेकर अरवल कीरी में पहुंचेगे। कार्यक्रम की तैयारी पूरी कर ली गई है। अखिलेश का ये कार्यक्रम इसलिए भी अहम माना जा रहा है, क्योंकि पीएम के कार्यक्रम के 24 घंटे बाद ही वो उसी स्थान पर पहुंच रहे हैं, जहां से पीएम ने उन पर हमला बोला था।
‘अखिलेश को मेरे साथ खड़े होने में शर्म आती थी’
पीएम मोदी ने मंगलवार को अखिलेश का नाम लिए बिना उन पर सियासी तीर छोड़े थे। पीएम ने कहा था कि पहले की सरकारों ने यूपी को ऐसा बना दिया था कि यहां राह नहीं होती थी, यहां राहजनी होती थी। लेकिन, अब राहजनी करने वाले जेल में हैं और लोग अब खुद अपनी राह बना रहे हैं। मोदी ने यह भी कहा था कि पिछली सरकार के मुख्यमंत्री को मेरे साथ खड़े होने में भी वोट बैंक के नाराज होने का भय रहता था। मेरे आते ही स्वागत करके गायब हो जाते थे। उन्हें मेरे साथ खड़े होने में भी शर्म आती थी।
ये है सपा की तैयारी
पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे को लेकर सियासी गरमा गई है। सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव बुधवार को गाजीपुर जिले के पूर्वी छोर पर स्थित हैदरिया गांव में विजय यात्रा का शुभारंभ करेंगे। यह वही गांव है जहां से पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे शुरू होता है। पूर्वांचल एक्सप्रेस के दूसरे छोर पर अखिलेश जनसभा को संबोधित कर केंद्र और प्रदेश सरकार पर जवाबी हमला बोलेंगे। सपा प्रमुख की यह विजय यात्रा हैदरिया से शुरू होकर पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे से विभिन्न जगहों पर रुकते हुए जनता से संवाद करेगी और आजमगढ़ तक जाएगी। इसके लिए हैदरिया से लेकर मऊ जिले की सीमा तक कई जगह स्वागत और संवाद केंद्र बनाए गए हैं।
ये हैं सियासी मायने...
बता दें कि पूर्वांचल एक्सप्रेस की जंग फतह करने के बाद ही यूपी की सत्ता पर कोई पार्टी मजबूत स्थिति में पहुंच सकती है, क्योंकि सूबे की 33 फीसदी सीटें इसी इलाके की हैं। यूपी के 28 जिले पूर्वांचल में आते हैं, इनमें कुल 164 विधानसभा सीटें हैं। इसे साधने के लिए सभी राजनीतिक दल लगे हुए हैं। 2017 के चुनाव में पूर्वांचल की 164 में से बीजेपी ने 115 सीट पर कब्जा जमाया था। जबकि सपा ने 17, बसपा ने 14, कांग्रेस को 2 और अन्य को 16 सीटें मिली थी। अब देखना ये होगा कि यूपी के विधानसभा चुनाव में पूर्वांचल एक्सप्रेसवे किस पार्टी के लिए मुफीद साबित होगा।