टिहरी झील के रेतीले दलदल में फंसा ग्रामीण जिंदगी और मौत के बीच जूझ रहा है। ग्रामीणों ने निकालने का काफी प्रयास किया। सूचना मिलने पर एसडीआरफ मौके पर पहुंच गई है। वहीं सीएम कार्यालय को इसकी सूचना दे दी गई है।
देहरादून: उत्तराखंड के चिन्यालीसौड के पास मणि गांव का एक ग्रामीण दलदल में इस कदर फंस गया है कि उसका निकलना मुश्किल लग रहा है। लेकिन उसे बचाने के लिए बड़ी संख्या में यहां पर पहुंचे ग्रामीणों ने अपने-अपने स्तर से प्रयास कर रहे थे। फंसे शख्स की सूचना मिलने पर मौके पर एसडीआरएफ को भेजा गया ताकि मामले में जल्द से जल्द संज्ञान लिया जा सके। तो वहीं एसडीआरएफ मौके पर पहुंच गई है, लेकिन दलदल में फंसे ग्रामीण को निकालना बेहद चुनौतीपूर्ण है।
ग्रामीणवासी शख्स की कर रहे मदद
टिहरी झील के रेतीले दलदल में फंसा ग्रामीण जिंदगी और मौत के बीच जूझ रहा है। सूचना पर एसडीआरएफ मौके पर पहुंच गई है। ग्रामीण शनिवार को रेतीली दलदल में फंसा। वहीं सीएम कार्यालय को इस संबंध में सूचना दे दी गई है। ग्रामीण मदद कर रहे है लेकिन वह शख्स जहां फंसा हुआ है, वहां हेलीकॉप्टर से ही पहुंचा जा सकता है। यहां पर रस्सी की मदद नहीं ली जा सकती है। वहीं भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश प्रभारी मनवीर चौहान ने मुख्यमंत्री कार्यालय से हेलीकॉप्टर से रेस्क्यू कराने की मांग की है। ऐसी उम्मीद है कि कुछ ही देर में सीएम कार्यालय भी इस मामले का संज्ञान लेंगे।
आंधी तूफान से बोटों को पहुंचा था नुकसान
आपको बता दें कि कुछ दिनों पहले टिहरी क्षील में आए जबरजस्त आंधी-तूफान से करीब दो दर्जन से अधिक बोटों को नुकसान पहुंचा है। कई बोटों के इंजन टिहरी झील में डूबे जबकि तेज तूफान के कारण अन्य बोटों की बॉडी आपस में टकराकर क्षतिग्रस्त हो गई है। वहीं बोटो में पानी भरा, तो वहीं दूसरी ओर बोट संचालकों ने शासन प्रशासन से झील किनारे खड़ी बोटों की सुरक्षा के इंतजाम करने और क्षतिग्रस्त बोटो का मुआवजा देने की मांग भी हुई थी।
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