दिल्ली पुलिस की हवलदार सीमा ढाका ने सेवा के प्रति समर्पण की अनूठी मिसाल पेश की है। समयपुर बादली थाने में तैनात महिला सिपाही सीमा ढाका ने ढाई माह यानी 75 दिन में 76 लापता बच्चों को ढूंढकर उनके परिवारों से मिलवाया है। उनकी अनूठी सेवा को देख पुलिस आयुक्त एसएन श्रीवास्तव ने सीमा को बारी से पहले तरक्की (आउट ऑफ टर्न प्रमोशन) दी है। अब वह एएसआई बन गई हैं। सीमा ढाका दिल्ली पुलिस की पहली ऐसी पुलिसकर्मी बन गई हैं, जिन्हें लापता बच्चों को ढूंढने पर आउट ऑफ टर्न प्रमोशन दिया गया है।
दिल्ली पुलिस की हवलदार सीमा ढाका ने सेवा के प्रति समर्पण की अनूठी मिसाल पेश की है। समयपुर बादली थाने में तैनात महिला सिपाही सीमा ढाका ने ढाई माह यानी 75 दिन में 76 लापता बच्चों को ढूंढकर उनके परिवारों से मिलवाया है। उनकी अनूठी सेवा को देख पुलिस आयुक्त एसएन श्रीवास्तव ने सीमा को बारी से पहले तरक्की (आउट ऑफ टर्न प्रमोशन) दी है। अब वह एएसआई बन गई हैं। सीमा ढाका दिल्ली पुलिस की पहली ऐसी पुलिसकर्मी बन गई हैं, जिन्हें लापता बच्चों को ढूंढने पर आउट ऑफ टर्न प्रमोशन दिया गया है।