पिछले साल गलवान घाटी पर चीन के रवैये और घाटी में हुई हिंसा के बाद भारत औऱ चीन के बीच रिश्तों में तनाव बरकरार है। वहीं सीमा विवाद को लेकर कई दौर की बैठक हो चुकी है लेकिन अभी तक कोई भी नतीजा नहीं निकला है। चीन की सेना 3,488 किमी के वास्तविक नियंत्रण रेखा से पीछे हटने का कोई संकेत नहीं दे रहा है। लेकिन भारत ने अब चीन और उसके सैनिकों पर निगरानी रखने के लिए सख्त कदम उठाए हैं। भारत अब ड्रोन्स, सेंसर्स, टोही विमान और इलेक्ट्रॉािनिक युद्ध के औजारों के जरिए चीन की पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (पीएलए) की हरकतों पहले से ज्यादा पैनी नजर रखेगा।
पिछले साल गलवान घाटी पर चीन के रवैये और घाटी में हुई हिंसा के बाद भारत औऱ चीन के बीच रिश्तों में तनाव बरकरार है। वहीं सीमा विवाद को लेकर कई दौर की बैठक हो चुकी है लेकिन अभी तक कोई भी नतीजा नहीं निकला है। चीन की सेना 3,488 किमी के वास्तविक नियंत्रण रेखा से पीछे हटने का कोई संकेत नहीं दे रहा है। लेकिन भारत ने अब चीन और उसके सैनिकों पर निगरानी रखने के लिए सख्त कदम उठाए हैं। भारत अब ड्रोन्स, सेंसर्स, टोही विमान और इलेक्ट्रॉािनिक युद्ध के औजारों के जरिए चीन की पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (पीएलए) की हरकतों पहले से ज्यादा पैनी नजर रखेगा।