अयोध्या के भव्य राम मंदिर में श्रीराम के विराजने के बाद इन्हें उन दूतावासों में विराजा जाएगा, जहां श्रीराम या रामायाण के अंश मिलते हैं। अयोध्या शोध संस्थान की तरफ से तैयार करवाई जा रही ग्लोबल इनसाइक्लोपीडिया की प्रतियां वहां रखी जाएंगी। संस्थान के निदेशक डॉ. वाईपी सिंह कहते हैं कि हम विदेश मंत्रालय से अनुरोध करेंगे कि वे दूतावासों में श्रीराम और रामायण से जुड़े उन प्रतीकों को रखें, जो उन देशों से संबंधित हों। डॉ. सिंह कहते हैं कि ग्लोबल इनसाइक्लोपीडिया में हम हर उस देश को ढूंढ़ रहे हैं, जहां रामायण के या रामायणकालीन अवशेष और परंपराएं मिलती हों।
अयोध्या के भव्य राम मंदिर में श्रीराम के विराजने के बाद इन्हें उन दूतावासों में विराजा जाएगा, जहां श्रीराम या रामायाण के अंश मिलते हैं। अयोध्या शोध संस्थान की तरफ से तैयार करवाई जा रही ग्लोबल इनसाइक्लोपीडिया की प्रतियां वहां रखी जाएंगी। संस्थान के निदेशक डॉ. वाईपी सिंह कहते हैं कि हम विदेश मंत्रालय से अनुरोध करेंगे कि वे दूतावासों में श्रीराम और रामायण से जुड़े उन प्रतीकों को रखें, जो उन देशों से संबंधित हों। डॉ. सिंह कहते हैं कि ग्लोबल इनसाइक्लोपीडिया में हम हर उस देश को ढूंढ़ रहे हैं, जहां रामायण के या रामायणकालीन अवशेष और परंपराएं मिलती हों।