ना रावण का वध ना कोई गाथा... फिर क्यों फेमस है कुल्लू दशहरा, जिसमें शामिल होने पहंचे पीएम मोदी

हिमाचल में हर गांव में अपना अलग देवता है जहां लोग उसी को सब कुछ मानते हैं। कुल्लू दशहरे में इस सभी देवी देवताओं को पालकियों में बैठाया जाता है। इस बार इस दशहरे में शामिल होने के लिए प्रधानमंत्री मोदी भी हिमाचल में पहुंचे हैं। 

वीडियो डेस्क। जब पूरे देश में दशहरा मना लिया जाता है तब हिमाचल में अनोखे तरीके से दशहरे की शुरुआत होती है। जिसमें ना रावण होता ना है रामयण का जिक्र। ना कोई कहानी होती है ना ही 10 सिर वाला दशानन। कुल्लू दशहरा अपने आप में बेहद अहम है। यहां भगवान रघुनाथ की भव्य रथ यात्रा निकाली जाती है। यहां के स्थानीय देवी देवताओं का मिलन होता है। ढोल नगाड़ों की धुनों पर लोग नाचते गाते इस उत्सव को मनाते हैं। आज के दिन से शुरू हुआ ये उत्सव अगले 7 दिन त चलता है। आपको बता दें कि हिमाचल में हर गांव में अपना अलग देवता है जहां लोग उसी को सब कुछ मानते हैं। इस सभी देवी देवताओं को पालकियों में बैठाया जाता है। ये त्योहार देवी देवताओं के मिलन और आशीर्वाद का प्रतीक है। इस बार इस दशहरे में शामिल होने के लिए प्रधानमंत्री मोदी भी हिमाचल में पहुंचे हैं। 
 

01:31अब क्या करेंगे बांग्लादेश के लोग? त्रिपुरा में न मिलेगा इलाज न खाने को खाना02:13कौन हैं 'दिल्ली चलो' का नारा देने वाले किसान? क्या हैं 6 प्रमुख मांगे04:52'गैंगस्टर्स के कब्जे में दिल्ली' केजरीवाल ने बताया क्यों गिरफ्तार हुए MLA नरेश01:43हिमाचल में स्टाफ तक पहुंचा CM सुक्खू का समोसा और केक, CID को मिला जांच का आदेश02:40'2026 में सत्ता में आई BJP तो...', घुसपैठ को लेकर अमित शाह ने दिया बड़ा बयान01:29Cyclone Dana: 200 से ज्यादा ट्रेनें रद्द और स्कूल बंद, बंगाल-ओडिशा में हाई अलर्ट01:25चेन्नई में बारिश ने मचाया हाहाकार, सड़कों पर भरा पानी और स्कूल भी बंद - Video04:42'40 हजार हत्याओं के जिम्मेदार हैं नेहरू और अब्दुल्ला' अमित शाह ने गिनाए कई गुनाह01:42अब क्या करेंगी CM आतिशी? अरविंद केजरीवाल के सामने होगी असली 'अग्निपरीक्षा'01:36फर्स्ट मीटिंग में ही CM आतिशी ने दिखा दिए तेवर, मंत्रियों को दी बड़ी जिम्मेदारी