गहलोत-पायलट राजनीतिक विवाद: पार्टी के वरिष्ट नेताओं ने दी सफाई, जयराम रमेश बोले- संगठन है सर्वोपरि

राजस्थान में भारत जोड़ो यात्रा के आने से पहले कांग्रेस पार्टी में जारी राजनीतिक घमासान में सीएम गहलोत के द्वारा पूर्व उपसीएम सचिन पायलट के लिए गलत शब्दों का इस्तेमाल करने के मामले में वरिष्ठ नेताओं ने सफाई दी। जयराम रमेश ने कहा- संगठन सर्वोपरि है,व्यक्ति आते हैं व्यक्ति जाते हैं।

जयपुर (jaipur). राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा के इंदौर में पड़ाव के दौरान कांग्रेस के वरिष्ठ नेता जयराम रमेश इंदौर में मीडिया से मुखातिब हुए। इस दौरान मीडिया ने राजस्थान के राजनीतिक घटनाक्रम को लेकर जमकर प्रश्न किए। गहलोत—पायलट के राजनीति विवाद पर जयराम रमेश ने कहा कि गहलोत हमारी पार्टी के वरिष्ठ और अनुभवी नेता हैं तो वहीं सचिन पायलट भी हमारे युवा साथी हैं,उर्जावान व पढ़े लिखे होने के साथ लोकप्रिय भी हैं। राजस्थान के मामले में कांग्रेस नेतृत्व को जो हल निकालना है वो जल्द से जल्द निकाला जाएगा। हमारे लिए संगठन सर्वोपरि है। सर्व प्रथम संगठन को देखने की जरूरत हैं व्यक्ति आते हैं और व्यक्ति जाते हैं जो हल निकाला जाएगा वो संगठन के माध्यम से ही निकाला जाएगा।

सचिन पायलट को बताया था गद्दार
बता दें कि राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने एक टीवी चैनल को दिए इंटरव्यू में टोंक से विधायक सचिन पायलट को गद्दार कह दिया था। इस मामले को लेकर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता जयराम रमेश ने इंदौर में मीडिया से संवाद किया और कहा कि इस साक्षात्कार में गहलोत के कुछ शब्द अप्रत्याशित थे और उन्हें इनका इस्तेमाल नहीं करना चाहिए था। साक्षात्कार में पायलट को गद्दार करार देते हुए कहा था कि उन्होंने 2020 में कांग्रेस के खिलाफ बगावत की थी और गहलोत सरकार गिराने का प्रयास किया इस लिए उन्हें सीएम नहीं बनाया गया था।

गहलोत को कुछ शब्दों का नहीं करना चाहिए था इस्तेमाल- जयराम रमेश
तो वहीं जयराम रमेश ने कहा कि पार्टी को गहलोत और पायलट दोनों की ही जरूरत है। कुछ मतभेद हैं। मुख्यमंत्री की ओर से कुछ शब्द इस्तेमाल किए गए हैं जो अप्रत्याशित थे और जिनसे मुझे भी आश्चर्य हुआ। जयराम रमेश ने यह भी कहा कि गहलोत को कुछ शब्दों का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए था। उन्होंने हालांकि स्पष्ट नहीं किया कि उन्हें गहलोत के कौन-से शब्द उचित नहीं लगे।

चुनाव परिणाम के बाद आप का फूटेगा गुब्बारा-रमेश
गुजरात में अगले महीने होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए भाजपा ने अपने घोषणापत्र में मतदाताओं से वादा किया है कि सत्ता में बरकरार रहने पर राज्य में समान नागरिक संहिता लागू करेगी। रमेश ने कहा कि भाजपा इस बार भी गुजरात विधानसभा चुनावों में फायदे के लिए समान नागरिक संहिता के मुद्दे को तूल दे रही है। चुनावों के बाद वे इस मुद्दे को भूल जाएंगे। कांग्रेस नेता ने दावा किया कि गुजरात में मुख्य चुनावी मुकाबला बीजेपी और कांग्रेस के बीच ही है और चुनाव परिणामों के बाद आम आदमी पार्टी का गुब्बारा फूट जाएगा। इस गुब्बारे को मीडिया ने फुलाया है। गुजरात में आम आदमी पार्टी जमीनी स्तर पर मजबूत दिखाई नहीं देती है।

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